पटनाः Agnipath Scheme: सेना बहाली के लिए केंद्र सरकार की नई योजना अग्निपथ स्कीम को लेकर पूरे देश में छात्रों का आक्रोश देखा जा रहा है. अग्निपथ स्कीम को वापस लेने की मांग को लेकर विभिन्न छात्र संगठन सड़क पर उतर कर उग्र प्रदर्शन कर रहे है. छात्रों के उपद्रव की संभावना को देखते हुए जहानाबाद बीजेपी कार्यालय की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. इसे लेकर सदर प्रखंड के सिकरिया स्थित भाजपा कार्यालय में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. ड्यूटी में तैनात सीआरपीएफ के एसआई ने बताया कि छात्रों के उग्र आंदोलन को देखते हुए भाजपा कार्यालय पर 24 जवानों की तैनाती की गई. 


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गौरतलब हो कि बीते शुक्रवार को आक्रोशित छात्रों ने उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और विधायक विनय बिहारी के घर पर हमला बोल दिया था. इसके साथ ही विभिन्न जिलों में प्रदर्शनकारी छात्रों ने बीजेपी कार्यालय को अपना निशाना बनाया था. अग्निपथ योजना के खिलाफ छात्रों के उग्र आंदोलन को देखते हुए पुलिस अलर्ट मोड़ में है.


क्या है अग्निपथ योजना? 
वहीं अगर बात अग्निपथ योजना की करें तो यह एक भारतीय सेना की 'टूर ऑफ ड्यूटी' को दिया गया नाम है. सशस्त्र बलों ने दो साल पहले 'टूर ऑफ ड्यूटी' योजना पर चर्चा शुरू की थी. इस योजना के तहत ही सैनिकों को एक शॉर्ट टर्म कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती किया जाना है. भर्ती होने वाले युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी और फिर अलग-अलग फील्ड में तैनात किया जाएगा.    


इंटरनेट सेवाएं बंद
सैनिकों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर केंद्र सरकार की तरफ से अग्निपथ योजना के नोटिफिकेशन के जारी होने के बाद से ही देशभर में इसको लेकर बवाल जारी है. इसका सबसे ज्यादा असर बिहार और बिहार से सटे यूपी के पूर्वांचल के जिलों में देखने को मिल रहा है. बवाल ऐसा की इसमें सरकारी और आम संपत्तियों को उपद्रवियों ने जमकर बर्बाद किया है. आग के धुएं ने इस आंदोलन को काला रंग दे दिया है. देश के अलग-अलग हिस्सों में जारी इस विरोध प्रदर्शन ने अब हिंसा की शक्ल अख्तियार कर ली है. ऐसे में सबसे ज्यादा प्रभावित बिहार के 12 जिलों में इंटरनेट सेवा को 19 जून तक बंद करकने का निर्देश जारी किया गया है.


(रिपोर्ट-मुकेश कुमार)


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