पटना: Bihar MLC Election 2022: बिहार विधान परिषद चुनाव के पूर्व विपक्षी दलों के महागठबंधन में विरोध के स्वर दिखाई देने लगे है. राजद के सोमवार को विधान परिषद चुनाव के लिए तीन प्रत्याशियों की घोषणा को भाकपा (माले) ने एकतरफा बताते हुए इसे गठबंधन धर्म के खिलाफ बताया है. 


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भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल ने बिहार विधानसभा की 3 सीटों के लिए राजद की ओर से एकतरफा प्रत्याशियों के नाम की घोषणा को दुर्भाग्यपूर्ण तथा गठबंधन की मयार्दा के प्रतिकूल बताया है.


उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बातचीत की प्रक्रिया जारी ही थी, लेकिन इसी बीच राजद की ओर से एकतरफा प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी गई, जबकि 1 सीट पर हमारा लंबे समय से दावा रहा है और राजद भी इसे स्वीकार करता रहा है.


उन्होंने राजद के नेतृत्व इस फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह करते हुए कहा कि वह विधान परिषद सीट पर भाकपा (माले) की चिरलंबित दावेदारी के प्रति सकारात्मक फैसला ले.


उन्होंने बताया कि इस संबंध में पार्टी द्वारा राजद नेतृत्व को एक पत्र भी लिखा गया है, जिसमें कहा गया है कि राजद अपने वादे को याद करे और विधानपरिषद की एक सीट हमारी पार्टी के लिए छोड़ें.


उल्लेखनीय है कि बिहार विधान परिषद चुनाव के लिए राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सोमवार को अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी. राजद ने मोहम्मद कारी सोहैब, मुन्नी रजक और अशोक कुमार पांडेय को उम्मीदवार बनाया है.


बिहार विधानपरिषद के उम्मीदवारों के नाम की घोषणा प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के परामर्श और विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद के निदेर्शानुसार राजद के उम्मीदवारों की सूची जारी की गई.


बिहार विधान परिषद की जुलाई में रिक्त होने वाली सात सीटों पर चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने घोषणा कर दी है. इन सातों सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया दो जून से आरंभ हो जायेगी और मतदान 20 जून को कराया जाएगा. इसके तुरंत बाद मतों की गिनती भी जाएगी.


विधानसभा के सदस्यों के संख्या बल को देखा जाए तो सात सीटों पर होने वाले विधान परिषद चुनाव में दो सीट भाजपा, दो सीट जदयू और तीन सीट महागठबंधन को जाता दिख रहा है.


(आईएएनएस)