पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि विधि व्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा प्रशासन और पुलिस ने पूरी मुस्तैदी के साथ राज्य में सांप्रदायिक घटनाओं को नियंत्रित रखा है. विधि व्यवस्था और मद्य निषेध से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विधि व्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसलिए अपराध नियंत्रण में किसी प्रकार की कोताही न हो. 


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'अपराध अनुसंधान कार्य में तेजी लाएं'
नीतीश कुमार ने आगे कहा कि अपराध अनुसंधान कार्य में तेजी लाएं और इसे ससमय पूर्ण करें, ताकि दोषियों पर जल्द कार्रवाई हो सके. रात्रि गश्ती, पैदल गश्ती में किसी प्रकार की लापरवाही न हो, इसको सुदृढ़ करने को लेकर वरीय पुलिस अधिकारी गश्ती का औचक निरीक्षण करें. उनका कहना था कि प्रति एक लाख की जनसंख्या पर कम-से-कम 150 की संख्या में पुलिस बल की तैनाती हो, इसको लेकर तेजी से काम करें. उन्होंने पुलिस बल के प्रशिक्षण पर भी विशेष ध्यान देने पर भी जोर दिया. 


प्रशासन और पुलिस ने राज्य में सांप्रदायिक घटनाओं को नियंत्रित रखा 
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन और पुलिस ने पूरी मुस्तैदी के साथ राज्य में सांप्रदायिक घटनाओं को नियंत्रित रखा है, आगे भी इसी तरह सक्रियता बनाए रखें. जमीन से संबंधित आपसी विवाद को खत्म करने के लिए महीने में एक बार जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक, 15 दिनों में एक बार अनुमंडल अधिकारी और अनुमंडल पुलिस अधिकारी तथा सप्ताह में एक दिन अंचल अधिकारी और थानाध्यक्ष की नियमित रुप से होने वाली बैठकों में समस्याओं के त्वरित निष्पादन हेतु कार्य हो. लैंड सर्वे एंड सेटलमेंट का काम तेजी से हो ताकि भूमि विवाद को लेकर होने वाले अपराध में कमी आये. नीतीश ने शराब पीनेवालों को पकड़ने में कोताही नहीं बरतने का निर्देश देते हुए कहा कि उनकी निशानदेही पर सप्लाई चेन को तोड़ा जाए. राजधानी पटना में शराबबंदी के क्रियान्वयन पर विशेष नजर रखने एवं गड़बड़ी करने वालों को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई करने को कहा.


(इनपुट-भाषा) 


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