Bihar: बिहार बाढ़ अनुमंडल के सुदूर टाल क्षेत्र में बेलछी प्रखंड के जोधन बीघा गांव के पास ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग के द्वारा कराए जा रहे पंचाने नदी उराही के काम पर सवाल उठाते हुए जमकर हंगामा किया. ग्रामीणों ने नारेबाजी कर आरोप लगाते हुए कहा कि पंचाने नदी की उराही का आदेश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिया है. जिलाधिकारी के दिशा-निर्देश में कार्य हो रहा है. 


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बता दें कि, यहां सड़क के उस पार नालंदा जिला पड़ता है और इस पार पटना जिला. ग्रामीणों का आरोप है कि, नालंदा जिले के चौलेरिया पंचायत थाना गोकुलपुर अंतर्गत भथीयार गांव के लोगों ने अतिक्रमण करते हुए नदी की जमीन पर मकान बना लिया है. जिसके चलते नदी ने नाले का रूप ले लिया है.


उन्होंने बताया की एक तरफ तो सरकार नदी किनारे से अतिक्रमण हटाने का काम कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ जल संसाधन विभाग के ठेकेदार एवं मुशी ने नालंदा जिले के लोगों के अतिक्रमण को बचाने के लिए पटना जिला के कोराडी गांव की ओर जाने वाली सड़क को क्षति पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है. ग्रामीणों ने ठेकेदार के ऊपर पैसा लेकर ऐसा करने का आरोप लगाया है. जिसका विरोध शुरू हो गया हैं.


नदी में बह जाती है सड़क  
जोधन बीघा गांव के पप्पू कुमार, सुधीर कुमार, जनार्दन यादव, कालूराम, रामेश्वर यादव, ओमप्रकाश, संजय कुमार, भागवत प्रसाद, और रामदेव प्रसाद, ने इसका कड़ा विरोध करते हुए सरकार से यथाशीघ्र मामले पर संज्ञान लेने को कहा है. ग्रामीणों ने कुछ देर के लिए सड़क पर उतर कर बेलछी प्रखंड के बीडीओ (BDO) ,सीओ (CO), स्थानीय विधायक, सहित ठेकेदार के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए हंगामा भी किया. ग्रामीणों का कहना है कि गत साल भी सड़क नदी में बह गई थी जिसे सरकार ने फिर बनवाया है. इस बार फिर से सड़क किनारे की मिट्टी को जेसीबी और बुलडोजर से खींचा जा रहा है जिसके चलते सड़क कमजोर हो जाएगी. आने वाली बरसात में सड़क एक बार फिर नदी में बह जाएगी. 


फिर से हो जाएगी फसल बर्बाद 
उन्होंने बताया कि पिछले साल भी हम लोगों की फसल बर्बाद हो गई थी. लेकिन इस बार भी जिस तरीके से जल संसाधन विभाग मनमाने तरीके से काम करवा रही है उससे इस बार भी सड़क के बहने  का खतरा है. उन्हें डर है कि पिछले साल की तरह इस बार भी फसल बर्बाद होगी. ग्रामीणों ने मामले को लेकर एसडीओ (SDO) से भी मिलने की बात कही है.


इस मामले में जब एसडीओ कुंदन कुमार से बात की गई तो उन्होंने अंचलाधिकारी को कार्य स्थल के पास जाकर मामले का जायजा लेने की बात कही है. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि जो न्याय संगत होगा और सरकार का जैसा दिशा-निर्देश होगा उसी के अनुसार काम कराया जाएगा. लेकिन इस तरह के कार्य को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है. समय रहते सरकार को इस गंभीर समस्या पर ध्यान देने जरुरत है. मामले को लेकर बिल्सी के जिला पार्षद रविंद्र पासवान ने भी सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है.