पटना: Bihar Anganwadi Recruitment 2022: बिहार सरकार ने आगंनबाड़ी केंद्रों में सेविका और सहायिका की भर्ती मेरिट लिस्ट के आधार पर कर दी है. इस भर्ती के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन होगा. बिहार के ग्रामीण इलाकों में रहने वाली महिलाओं के लिए यह सुनहरा अवसर है. मुख्यालय से ही आवेदकों का मेरिट लिस्ट तैयार किया जाएगा. जिसमें सबसे अधिक अंक पाने वाले अभ्यर्थियों की सेविका और सहायिका के रुप में नियुक्ति होगी. हालांकि, कुछ दिनों तक ये नियुक्ति अस्थायी होगी. क्योंकि, शिक्षा विभाग के द्वारा चयनित अभ्यर्थियों के अंक पत्र की जांच की जाएगी. जहां से एनओसी मिलने के बाद सेविका और सहायिका को स्थायी करते हुए वेतन दिया जाएगा.
38 जिलों में 750 पदों पर भर्ती की हुई मांग 
समाज कल्याण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है बिहार के 38 जिलों में लगभग 750 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की मांग की गई है. इसके लिए न्यूनतम योग्यता मैट्रिक है. इसके साथ ही उसके परिवार की मासिक आय 12 हजार से अधिक नहीं होना चाहिए. अभी पुराने नियमानुसार भर्ती होगी.


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फर्जी अंक पत्र मिला तो बर्खास्त कर होगी कार्रवाई 
शिक्षा विभाग की ओर से 60 दिनों के अंदर ही चयनित सेविका और सहायिका के अंक पत्रों की जांच की जाएगी. जिसके एनओसी के बाद उनका वेतनमान शुरु किया जाएगा. जांच के दौरान यदि फर्जी प्रमाण पत्र मिलता है. तो अभ्यर्थी को तत्काल नौकरी से बर्खास्त करने के बाद उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी. मेरिट लिस्ट बनाते समय एक से अधिक अभ्यर्थियों का अंक समान हो, तो उस दौरान उनके आयु का मेरिट का मिलान होगा और अधिक उम्र वाले आवेदकों को पहले मौका दिया जाएगा.


सेविका और सहायिका कैसे होता है चयन 
सेविका और सहायिका की भर्ती प्रक्रिया आम सभा चयन समिति के द्वारा होती है. चयन समिति के अध्यक्ष की अध्यक्षता में सीडीपीओ, एलएस और वार्ड सदस्यों की टीम तैयार की जाती है. जो एक वर्ष के लिए ही मान्य होती है. वह सेविका और सहायिका का चयन करता है और साथ ही अभ्यर्थियों के अंक पत्र का वेरिफिकेशन भी करता है. अब मेरिट के आधार पर चयन की तैयारी की जा रही है. इससे आम सभा चयन समिति के अधिकारों में कटौती की संभावना है.


हर वर्ग पर विकास कार्य कर रही सरकार
समाज कल्याण विभाग के मंत्री मदन सहनी का कहना है कि बिहार सरकार जमीनी स्तर पर हर वर्ग के लिए विकास कार्य कर रही है. आगंनबाड़ी केंद्रों को संचालन के लिए विभाग की ओर से लगातार प्रयास किया जा रहा है. भवन के निर्माण के साथ ही सेविका, सहायिका के नियुक्ति भी सही तरीके से हो, इसके लिए विभागीय स्तर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.


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