खून के प्यासे हुए लोग! पानी को लेकर हुई हत्याओं के मामले में बिहार टॉप पर, सामने आए आंकड़े
बिहार विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान महागठबंधन की सरकार और भाजपा एक दूसरे पर हमला बोल रहे हैं. इसी बीच बिहार सरकार की हर घर में पाइप के जरिए जल पहुंचाने की योजना पर सवाल उठाए है. उन्होंने पानी को लेकर हत्या होने का आंकड़ा पेश किया है, जोकि काफी ज्यादा हैरान करने वाले हैं.
Patna: बिहार विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान महागठबंधन की सरकार और भाजपा एक दूसरे पर हमला बोल रहे हैं. इसी बीच बिहार सरकार की हर घर में पाइप के जरिए जल पहुंचाने की योजना पर सवाल उठाए है. उन्होंने पानी को लेकर हत्या होने का आंकड़ा पेश किया है, जोकि काफी ज्यादा हैरान करने वाले हैं. इस आकंड़े के अनुसार पिछले तीन साल में पानी को लेकर हुई हिंसा में राज्य में 112 लोगों की मौत हुई है. हालांकि इस आंकड़े में ये साफ़ नहीं किया गया है कि ये हत्या तालाब-पोखर आदि की बंदोबस्ती को लेकर हुई या फिर पीने के पानी के मामले को लेकर हुई है.
बीजेपी ने उठे सवाल
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दावा किया कि बिहार सरकार की हर घर में पाइप के जरिए जल पहुंचाने की योजना विफल रही है और पिछले तीन साल में पानी को लेकर हुई हिंसा में राज्य में 112 लोगों की मौत हुई है. भाजपा विधायक संजय सरावगी ने प्रश्नकाल के दौरान विधानसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि बिहार 2021 में पानी से संबंधित अपराधों के मामले में देश के राज्यों की सूची में सबसे ऊपर रहा.
उन्होंने कहा, 'बिहार 2021 में जल विवाद से संबंधित अपराधों को लेकर राज्यों की सूची में सबसे ऊपर रहा. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में देश में जल विवाद से संबंधित हत्या के 67 मामले हुए, जिनमें से 29 मामले बिहार में हुए. यह अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक संख्या है. राज्य में पिछले तीन साल में पानी से संबंधित हिंसा की घटनाओं में 112 लोगों की मौत हो गई.