Kaimur: बिहार में जातीय जनगणना को लेकर पिछले काफी समय से राजनीति चल रही है. कोई जातीय जनणना करवाने के समर्थन में है तो कोई इसके खिलाफ है. हाल ही में बिहार के खनन और भूतत्व मंत्री जनक राम कैमूर पहुंचे हैं. जहां पर उन्होंने जातीय जनणना पर अपनी बात सामने रखी है. उनका कहना है कि जनगणना के अनुसार सिर्फ हिंदू जाति की जनगणना नहीं होगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सभी धर्मों की जाति की होगी जनगणना
उनका कहना है कि सभी धर्मों की जातियों की जनगणना करवाई जाएगी, क्योंकि सभी धर्मों में जातियां होती है. कई बार लोग सिर्फ हिंदू में जाति दिखाने की कोशिश करते हैं. लेकिन हर धर्म की जातियां होती है. जिनकी गणना की जाएगी. इसका फैसला मुख्यमंत्री जी ने लिया है. जातीय जनगणना को लेकर बीजेपी मुख्यमंत्री जी के फैसले के साथ खड़ी है. तभी यह जनगणना संभव हो पा रही है. 


मुख्यमंत्री ने लिया निर्णय
मंत्री जनक राम ने जाति जनगणना पर कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री ने उस बैठक मेरे पिछड़ी जाति होने के बाद भी वहां भेजने का फैसला लिया. जहां देश के प्रधानमंत्री ने आश्वस्त कर दिया कि बिहार के मुख्यमंत्री जो निर्णय लेंगे वह सर्वमान्य होगा. जिसपर बिहार के मुख्यमंत्री ने निर्णय ले लिया है. निर्णय के बाद बिहार में जाति जनगणना शुरू होगी की जाएंगी. 


सभी धर्मों के लोग शामिल
मंत्री जनक राम कहा कि सभी समाज में बौद्ध, सिख, इसाई, जैन, पारसी, मुस्लिम सभी समाज के लोग हैं. वहीं, महज कुछ लोगों ने हिंदू में जाति दिखाने का काम करते हैं, जबकि सभी धर्मों में जाती है. सभी प्रकार की जातियां हैं जो जनगणना में सामने आनी चाहिए. राज्य के मुख्यमंत्री जी के अधीन आता है, उन्हें स्वयं निर्णय लेना है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अगर जातीय जनगणना पर साथ नहीं होती तो यह जनगणना का निर्णय संभव नहीं हो पाता. एनडिए के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी निर्णय लेंगे और हम सभी उनके साथ खड़े हैं. कहीं भी इंडिया गठबंधन में विरोधाभास नहीं है.


ये भी पढ़िये: झारखंड गठन के बाद चौथी बार हुआ ऐसा, राज्यसभा के लिए र्निवरोध चुने गए दो सदस्य