पटना : बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के द्वारा बिहार के शिक्षा व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर जेडीयू ने पलटवार किया है. भाजपा नेता के बयान पर पलटवार करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा विश्वविद्यालय के मामले पर फैसला कौन लेता है वह सभी जानते हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ललन सिंह के बयान पर भाजपा का जवाब
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर सरकार पर निशाना साधते हुए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को जबाब दिया. दरअसल ललन सिंह ने अग्निवीरों की बहाली प्रक्रिया पर पुनःविचार करने की बात कही थी. ललन सिंह के इसी बयान का जवाब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने देते हुए पलटवार करते हुए कहा कि बिहार में शिक्षा की स्थिति ठीक नहीं है. तीन साल के ग्रेजुशन के बदले यहां चार साल लग जाता है, 22 साल के उम्र में अग्निवीर की जेब में 28 लाख रुपया और ग्रेजुशन की डिग्री होगी, वो लोग इस पर  की बात कर रहें है जहां 22 साल में ग्रेजुऐशन की डिग्री नहीं मिलती है. 


भाजपा के बयान पर जदयू का पलटवार
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल के बयान पर जेडीयू के संसदीय बोर्ड चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा ने पलटवार करते हुए कहा की जो भी कोई थोड़ा पढ़ा लिखा व्यक्ति है, जानकार है. उसे पता है कि यूनिवर्सिटी में राज्य सरकार का हस्तक्षेप नहीं होता है. बिहार में सेशन लेट है निश्चित रूप से इसके लिए बिहार की सरकार भी चिंतित है. कई बार बिहार की सरकार की ओर से यूनिवर्सिटी को भी कहा जाता है. निश्चित रूप से बिहार सरकार का आदेश चले यूनिवर्सिटी ऐसा होता नहीं है. वहां वाइस चांसलर और चांसलर के द्वारा चीजें चलती हैं. जो लोग ऐसे बयान दे रहे हैं उन्हें मालूम है कि वाइस चांसलर के लिए लोग बिहार में नहीं मिलते बल्कि यूपी में मिलते हैं. तो इसके पीछे क्या कारण है. सेशन लेट है तो इसका कारण ढूंढना पड़ेगा. जो लोग बयान दे रहे हैं उनको अपनी ओर देखना चाहिए. बिहार सरकार का इसमें हस्तक्षेप नहीं है. उन लोगों को खुद देखना चाहिए कि बिहार में ऐसी स्थिति क्यों हो रही है. बिहार में वाइस चांसलर के लिए योग्य लोग हैं लेकिन बाहर से वाइस चांसलर बनाए जा रहे हैं. जिस तरह से यूनिवर्सिटी का संचालन हो रहा है. जिस सिस्टम की बात कर रहे हैं तो सिस्टम को बनाने वाले ही दोषारोपण कर रहे हैं की सेशन लेट चल रहा है. यह राज्य सरकार के कारण लेट नहीं है. राज्य सरकार चाहेगी भी तो कुछ नहीं कर पाएगी. 


कांग्रेस ने भी साधा निशाना
कांग्रेस की विधायिका प्रतिमा कुमारी ने कहा कि संजय जायसवाल जिस पार्टी में हैं वह विपक्ष में पार्टी नहीं है. बल्कि सरकार में शामिल है. 15 सालों से जेडीयू और बीजेपी मिलकर बिहार में सरकार चला रही है. दोनों पार्टियां इस तरह से छींटाकशी कर बिहार के भविष्य को और बर्बाद कर रहे हैं और इन जैसे नेताओं पर टिप्पणी करना कीचड़ में पत्थर फेंकने के बराबर है.


आरजेडी ने भी दिया बयान 
आरजेडी नेता और पूर्व शिक्षा मंत्री वृषण पटेल ने संजय जायसवाल के बयान पर कहा कि यह समझ से परे है कि संजय कहना क्या चाह रहे हैं. संजय जयसवाल अगर आरोप लगा रहे हैं शिक्षा विभाग को की शिक्षा व्यवस्था फेल है तो वह क्या कर रहे हैं. जेडीयू के साथ उनको खुद सोचना चाहिए. जिस सरकार में शिक्षा व्यवस्था ही फेल हो जाए वह सरकार रद्दी की टोकरी में फेंक देने के लायक है. क्योंकि सारा देश-प्रदेश शिक्षा पर ही आधारित रहता है. जिस सरकार में शिक्षा नाम की चीज ही नहीं हो जो संजय जयसवाल कह रहे हैं. इसका मतलब कि सरकार पूरी तरह से फेल है और गद्दी छोड़नी चाहिए.


ये भी पढ़ें- सीवान : लापता ई रिक्शा चालक का शव गड्ढे से मिला,परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप