Anchor Rohit Ranjan: पुलिस जब राजनीतिक आकाओं के दबाव में आकर काम करने लगती है तो वो सारे नियम कायदे भूल जाती है. ऐसा हुआ आज सुबह साढ़े पांच बजे गाजियाबाद के इंदिरापुरम में, जहां छत्तीसगढ़ पुलिस के करीब 15 पुलिसकर्मियों ने बिना वर्दी  ज़ी न्यूज के एंकर रोहित रंजन के घर में घुसने का प्रयास किया गया. छत्तीसगढ़ पुलिस ने रोहित रंजन की सोसायटी के गेट पर तैनात गार्डों को बंधक बना लिया और उनके मोबाइल फोन छीन लिए. छत्तीसगढ़ पुलिस ने यह सबकुछ गाजियाबाद पुलिस को बिना कोई सूचना दिए अंजाम दिया.


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सोसायटी के गेट पर तैनात एक गार्ड ने बताया कि जब हमने तीन गाड़ियों में आए लोगों से सवाल किया तो उन्होंने हमें कुछ नहीं बताया. हमारे फोन छीन लिए. गाजियाबाद पुलिस को सूचना भी नहीं देने दी. इसके बाद ये हमें जबरन रोहित रंजन के घर पर लेकर गए और उनके घर में घुसने का प्रयास किया. घर पर रोहित रंजन के भाई और उनके दो छोटे बच्चे थे.


किसी तरह इस मामले की जानकारी गाजियाबाद पुलिस को लगी, जिसके बाद मौके पर गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने की पुलिस भी पहुंच गई. छत्तीसगढ़ पुलिस के इस गलत एक्शन को लेकर गाजियाबाद पुलिस के एक अधिकारी की इन लोगों से जमकर बहस भी हुई. गाजियाबाद पुलिस द्वारा इन लोगों से जब वर्दी और थाने को सूचना न देने का सवाल पर सवाल किया तो उनके पास कोई जवाब नहीं थी. अभी भी छत्तीसगढ़ की पुलिस रोहित रंजन के घर में मौजूद है.


इस मामले की Zee News Anchor रोहित रंजन की तरफ से ट्वीट कर जानकारी दी गई है. रोहित रंजन ने कहा कि बिना लोकल पुलिस को जानकारी दिए छत्तीसगढ़ पुलिस मेरे घर के बाहर मुझे अरेस्ट करने के लिए खड़ी है,क्या ये क़ानूनन सही है. रोहित के इस ट्वीट के जवाब में रायपुर पुलिस ने कहा कि सूचित करने के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है. आपको वास्तव में सहयोग करना चाहिए, जांच में शामिल होना चाहिए और अपना बचाव अदालत में रखना चाहिए. गाजियाबाद पुलिस ने इस मामले पर कहा कि प्रकरण स्थानीय पुलिस के संज्ञान में है, थाना इंदिरापुरम पुलिस मौके पर है, नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी. 



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