Patna: बिहार में डॉक्टरों के कोरोना पॉजिटिव होते ही स्वास्थ व्यवस्था पर सवाल उठने प्रारंभ हो चुके हैं. पूर्व राज्यसभा सांसद गुलाम रसूल ने इस मामले पर बातचीत पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे कम खतरनाक बताया तथा कुछ लोग और संस्थाओं पर जनता को पैनिक करने का भी आरोप लगाया.  


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संस्थाएं कर सकती हैं कोविड की मार्केटिंग
जनता दल यूनाइटेड के एमएलसी और पूर्व राज्यसभा सांसद गुलाम रसूल बलियावी ने बिहार में बढ़ते कोरोना के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 'बिहार में अगर डॉक्टर पॉजिटिव हो रहें हैं तो यह बताता है कि बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था किस कदर मजबूती से लोगों के लिए काम कर रही है. 


गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि इस बार जिस वेव की चर्चा हो रही है. वह इतनी खतरनाक और मजबूत नहीं है, जिसको लेकर बहुत पैनिक में होने की जरूरत हो. लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है ना कि पैनिक में होने की. बलियावी ने यह भी कहा कि कुछ बड़ी संस्थाएं कोविड की मार्केटिंग करने का प्रयास कर सकती हैं. जनता को सतर्कता का मंत्र ध्यान में रखना है ना की मार्केटिंग से पैनिक होना चाहिए.


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शराबबंदी पर भी बोले बलियावी 
शराबबंदी को लेकर मांझी द्वारा दिए जा रहे बयानों पर भी बलियावी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो भी व्यक्ति शराब के पक्ष में बात कर रहे हैं वह आने वाली नस्ल को जहर पिलाने की पैरोकारी कर रहे हैं.


कानून बदलने से शरीरिक बनावट नहीं बदल सकती
बालिग होने की उम्र बढ़ाई जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए बलियावी ने कहा कि कानून में संशोधन तो हो सकता है, लेकिन शारीरिक बनावट में संशोधन कैसे होगा. बलियावी ने कहा कि कानून का यह संशोधन ना तो उन्हें समझ आ रहा है और ना ही इसका औचित्य फिलहाल दिखाई दे रहा है.