शव को ठेले पर ले जाने को मजबूर परिजन, अस्पताल प्रबंध ने नहीं दी एम्बुलेंस
Lakhisarai: बिहार के लखीसराय जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण बड़हिया रेफरल अस्पताल में युवक की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन द्वारा एंबुलेंस मुहैया नहीं करवाई गई. जिसके बाद परिजनों को शव को ठेले पर ही अपने घर वापस ले जाना पड़ा.
Lakhisarai: बिहार के लखीसराय जिले से स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का मामला सामने आया है. जिले के बड़हिया रेफरल अस्पताल में युवक की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन द्वारा एंबुलेंस मुहैया नहीं करवाई गई. जिसके बाद परिजनों को शव को ठेले पर ही अपने घर वापस ले जाना पड़ा.
अस्पताल प्रबंधन ने शव को ठेले पर ले जाने को कहा
पूरा मामला बड़हिया रेफरल अस्पताल का है. यहां बड़हिया नगर परिषद वार्ड नं 15 निवासी मोनू कुमार की तबियत बिगड़ने के बाद गुरुवार की शाम को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. रेफरल अस्पताल पहुंचने के दौरान युवक की बीच रास्ते में ही मौत हो गई. जिसके बाद अस्पताल के डॉक्टर उमेश प्रसाद सिंह ने जांच के दौरान मोनू कुमार को मृत घोषित कर दिया. परिजनों ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने शव को ठेले पर ले जाने को कह दिया. अस्पताल प्रबंधन ने शव को ले जाने के लिए एम्बुलेंस का इंतजाम नहीं किया. जिसके बाद परिजन रोते हुए युवक के शव को ठेले पर रख कर ले गए.
अस्पताल प्रबंधन जबावदेह
इस मामले के बारे में पूर्व वार्ड आयुक्त राजीव कुमार एवं वार्ड प्रतिनिधि अर्जुन कुमार को जब जानकारी मिली तब वह अस्पताल पहुंचे. पूर्व वार्ड आयुक्त राजीव कुमार ने अस्पताल प्रबंधन पर एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया. जिसके बाद अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि उनके अधिकार में यह मामला नहीं है. इस मामले को लेकर अस्पताल प्रबंधन जबावदेह है.
बता दें इस प्रकार की लापरवाही का मामला अक्सर सामने आती रही हैं. हालांकि उसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करता और न ही किसी भी प्रकार का सुधार दिखाई दे रहा है.
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