Patna: पटना एम्स में एक लापरवाही का मामला सामने आया है. यह मामला फुलवारी शरीफ पटना एम्स के गाइनी विभाग में लापरवाही का मामला देखने को मिला है. जहाँ दानापुर के सगुना मोड़ निवासी डॉ पूजा कुमारी ने लगभग 9 माह पूर्व 14 सिंतबर 2021 को पटना एम्स के गाइनी विभाग में अपना ऑपरेशन करवाया था. ऑपरेशन तो हुआ लेकिन उसी क्रम में पेट में बैंडेज छोड़ दिया गया. जिसके बाद उन्हें परेशानी शुरू हो गई और टांके टूटने पर डॉ पूजा ने एम्स में दोबार अपना चेकअप कराया और फिर से टांकों को बांधकर भेज दिया गया. उसके बाद भी परेशानी दूर नहीं हुई. 


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अल्ट्रासाउंड में सामने आई परेशानी
पीड़ित डॉ पूजा ने बताया कि उसने पटना एम्स में ऑपरेशन करवाया था. ऑपरेशन से ही उसे बच्चा हुआ है. डॉक्टर हीमाली जो पटना एम्स के गाइनी विभाग के एचओडी हैं उनकी टीम ने डॉ पूजा का ऑपरेशन किया था. जिसको 8 माह हो जाने के बाद भी टांके बार बार खुल रहे थे और परेशानियां बढ़ रही थी.  पीड़िता का कहना है कि लगतार बढ़ती परेशानियों को देखते हुए उन्होंने एक प्राइवेट हॉस्पिटल में दिखाया. जिसके बाद अल्ट्रासाउंड कराया गया.  अल्ट्रासाउंड से पता चला की यूट्रस और गोल ब्लाडर के बीच बैंडेज छूटा हुआ है. 


इसके बाद पीड़िता ने इस पूरे मामले की जानकारी एम्स की HOD डॉक्टर हिमाली को बताया गया. डॉक्टर हीमाली ने इस बात यकीन न करते हुए पीड़िता के खिलाफ फुलवारी थाने में एफआईआर दर्ज करवा दी. साथ ही डॉ पूजा के साथ बदसलूकी भी की गई. 


HOD ने पीड़िता के खिलाफ लिखा आवेदन 
जब इस घटना के संबंध में पटना एम्स से जानने की कोशिश की गई तो इस मामले में पटना एम्स के कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं. घटना के संबंध में फुलवारी शरीफ एएसपी मनीष कुमार ने बताया कि पटना एम्स के एचओडी गाइनी डॉ हीमाली ने एक लिखित आवेदन दिया है. इस आवेदन में उन्होंने उल्लेख किया है कि पूजा कुमारी और उनके परिजनों के द्वारा सरकारी कार्य करने में बाधा डाली गई है. साथ ही गाली गलौज की भी बात कही गई है. डॉ हीमाली का कहना है कि उनके साथ मारपीट भी की गई है. जिसके बाद आवेदन के आधार पर डॉ पूजा के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की गई है.  


पीड़िता ने अस्पताल के खिलाफ लिखा आवेदन
वहीं दूसरी तरफ पूजा कुमारी ने भी अपने पूरे इलाज के साथ अपना आवेदन दिया है. जिसमें आरोप लगाया गया है कि मेरा ऑपरेशन पटना एम्स के गायनी विभाग के एच ओ डी डॉक्टर हिमाली की टीम के द्वारा किया गया था. ऑपरेशन के क्रम में जहां ऑपरेट किया गया है वहां पर बैंडेज छूट गया है. उन्होंने अल्ट्रासाउंड भी आवेदन के साथ संलग्न किया है जो मेडिकल हिस्ट्री है उसको भी संलग्न किया है. पीड़ित पूजा के द्वारा कागजात एम्स डायरेक्टर को सौंपी गई है. सात ही उसकी एक कॉपी जानकारी के लिए सिविल सर्जन को दिए गए हैं.


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