तेजस्वी यादव ने DSP दिलीप कुमार झा पर लगाए JDU कार्यकर्ता की तरह काम करने का आरोप, EC ने हटाया
सांसद मनोज झा ने कहा, `मैं दिलीप झा को 25 बूथों के प्रभार से मुक्त करने के लिए और तुरंत कार्रवाई करने के लिए चुनाव आयोग को धन्यवाद देना चाहता हूं.`
Patna: राजद प्रतिनिधिमंडल की शिकायत और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के आरोपों के बाद चुनाव आयोग (Election Commission) ने बिरौल के डीएसपी दिलीप कुमार झा (Biraul DSP Dilip Kumar Jha) को कुशेश्वर अस्थान (एससी) उपचुनाव से हटा दिया है.
RJD ने चुनाव आयोग का जताया आभार
चुनाव आयोग के फैसले के बाद राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा (RJD MP Manoj Jha) ने कहा, 'मैं दिलीप झा को 25 बूथों के प्रभार से मुक्त करने के लिए और तुरंत कार्रवाई करने के लिए चुनाव आयोग को धन्यवाद देना चाहता हूं. यह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव का संदेश देगा. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि अधिकारी उपचुनाव को प्रभावित करेंगे.'
विपक्ष को EVM पर भरोसा?
वहीं, डीएसपी दिलीप झा को हटाने पर बिहार सरकार में मंत्री नितिन नवीन ने कहा, 'मैं चुनाव आयोग का शुक्रिया अदा करता हूं कि उसने आरजेडी और तेजस्वी यादव के सभी सदस्य को शंका को खत्म कर दिया क्योंकि जब भी चुनाव होता है तो यह ईवीएम (EVM) पर ठीकरा फोड़ते हैं और जीतने पर कहते हैं कि यह जनता का जनादेश है. अब कम से कम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और भाजपा की सरकार में इनको ईवीएम पर भरोसा हुआ, यही बहुत बड़ी बात है.'
क्या है मामला?
दरअसल, तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया और कहा, 'डीएसपी दिलीप झा अधिकारी नहीं बल्कि जेडीयू के कार्यकर्ता की तरह काम करते हैं. वो दरभंगा में 4 साल से अधिक समय से तैनात हैं बावजूद उनका अब तक तबादला नहीं हो रहा है. जबकि चुनाव आयोग ने दरभंगा प्रशासन से कार्रवाई की मांग करते हुए सारी रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन सरेआम चुनाव आयोग के आदेश को भी नहीं माना गया.'
गौरतलब है कि बिहार की दो विधानसभा सीटों तारापुर व कुशेश्वर अस्थान में 30 अक्तूबर को उपचुनाव होने हैं. जिसके नतीजे दो नवंबर को आएंगे. चुनाव को लेकर बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज है और दोनों तरफ से जीत का दावा किया जा रहा है.