पटना: परीक्षा शुरू होते ही अक्सर बच्चे घर से बाहर निकलना बंद कर देते हैं. तनाव बढ़ने से मायूस दिखने के अलावा उनकी शारीरिक सक्रियता भी कम हो जाती है. दिमाग को 45 मिनट तक एकाग्र रखा जा सकता है. इसके बाद 5 मिनट का ब्रेक लेना पर्याप्त होता है. इस दौरान परीक्षा व एक दिन पहले खानपान से लेकर कुछ अहम बातों का खयाल रखना जरूरी होता है. यह स्ट्रेस जब तक सीमा में है तब तक तो ठीक है पर कई बार यह इतना बढ़ जाता है कि छात्र के प्रदर्शन और सेहत पर असर डालने लगता है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे टिप्स के बारे में, जिससे परीक्षा के दौरान आपके बच्चों की मानसिक-क्षमता और बौद्धिक कुशलता बढ़ेगी. 


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बच्चों को बादाम मिल्क पिलाएं: बादाम की खूबियां बेमिसाल हैं. याददाश्त बढ़ाने के लिए सदियों से बादाम इस्तेमाल होता रहा है. अक्सर मांएं अपने बच्चों की मेमोरी पावर अच्छी रखने के लिए उन्हें रात में भिगोया हुआ बादाम सुबह छिलके उतारकर और घिसकर दूध के साथ देती हैं. दूध के साथ मिलने पर बादाम के गुण कई गुना बढ़ जाते हैं. साथ ही दूध में मौजूद ग्लूटाथियोन एंटीऑक्सीडेंट भी दिमाग को मजबूती देने का काम करता है 


परिवार और दोस्तों से बात करें
स्ट्रेस को मैनेज करने में सबसे ज्यादा मदद परिवार के सदस्य और आपके दोस्त ही करते हैं. लिहाजा बेहद जरूरी है कि आप अपने घरवालों से हर दिन बात करें, उनसे अपनी बातें, समस्याएं और दिक्कतें शेयर करें. जब आप अपनी बातें और विचार परिवारवालों के साथ शेयर करते हैं तो बड़ी सी बड़ी प्रॉब्लम का भी सलूशन निकल जाता है और स्ट्रेस के लिए जगह ही नहीं बचती.



फिजिकल ऐक्टिविटी जरूर करें
स्ट्रेस दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है फिजिकल ऐक्टिविटी. फिर चाहे वॉकिंग हो, रनिंग, स्वीमिंग, पावर योगा, ऐरोबिक्स, कार्डियो वर्कआउट या फिर जो आपकी पसंद हो उसे जरूर करें. हर वक्त एक ही जगह बैठे रहने से भी स्ट्रेस बढ़ता है. लिहाजा बॉडी को थोड़ा मूव करें और कुछ ऐक्टिविटी जरूर करें.



नींद पूरी अवश्य करवाएं: एग्जाम्स आए नहीं कि सबसे पहले बच्चों की नींद गायब हो जाती है और वे रात-रातभर जागकर पढ़ाई करने लगते हैं. लेकिन आपको बता दें कि अगर आप अपना स्ट्रेस लेवल कम करना चाहते हैं तो बेहद जरूरी है कि आप कम से 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें. प्रॉपर नींद भी स्ट्रेस को कम करने में मदद करती है. 



डार्क चॉकलेट शेक: चॉकलेट्स का टेस्ट वैसे भी बच्चे काफी पसंद करते हैं. साथ ही इसमें कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो बच्चों की स्मरण-शक्ति, एकाग्रता, मानसिक-क्षमता को बेहतर बनाते हैं. इसमें पाया जाने वाला कैफीन बच्चे के दिमाग को एक्टिव रखता है. यह ब्लड सर्कुलेशन को भी दुरुस्त रखता है. इसके अलावा इस शेक में दूध में मौजूद ग्लूटाथियोन एक उम्दा एंटीऑक्सीडेंट है, जो दिमाग तेज करता है.


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