पटनाः Bihar Government: जनसंख्या नियंत्रण को लेकर चीन का उदाहरण दिया जा रहा है. चीन के हालात क्या है आज ये दुनिया देख रही है. नीतीश कुमार बिहार में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जो काम कर रहे हैं उसका फायदा भी दिख रहा है, लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग जनसंख्या नियंत्रण पर बयान देते रहते है. नीतीश कुमार ने महिलाओं को शिक्षित करने का फैसला किया जिसके कारण प्रजनन दर में कमी आई. अब देश भर में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर राज्य सरकार अपने स्तर पर लगातार प्रयास कर रही है. देश के अंदर जनसंख्या नियंत्रण में बिहार अव्वल नंबर पर है. यह बातें  जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहीं.  


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जनसंख्या की रोकथाम के लिए जागरूकता जरूरी
जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि बिहार पर ये आरोप लगाया जाता है कि जनसंख्या घनत्व की वजह से बिहार विकास नहीं कर पा रहा है. तो देश के कई राज्य है जिनका जनसंख्या घनत्व क्या है इसका आकलन बिहार से किया जा सकता है. बांग्ला देश ने अपनी संख्या बढ़ोतरी को कैसे रोका ये जानना बेहद जरूरी है, क्योंकि बांग्लादेश ने जागरूकता फैलाई लोगों को जागरूक किया. जिसका फायदा आज बांग्लादेश को मिला है और उसकी आबादी घटी है.  


बिहार में जनसंख्या को लेकर बनाई जा रही नकारात्मक छवि
प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि बिहार में जनसंख्या को लेकर नकारात्मक छवि बनाई जा रही है बिहार के बारे में ये बताया जा रहा है कि जनसंख्या की वजह से बिहार पिछड़ा हुआ है. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS) की रिपोर्ट में बिहार के बारे में जनसंख्या को लेकर जो आंकड़े आए है, वो बेहद उत्साहजनक है. बिहार की आबादी लगातार घट रही है. बिहार ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जो कदम उठाए है, उसका फायदा अब दिख रहा है. इसके पहले देश में इंदिरा गांधी ने भी जबरन आबादी को कंट्रोल करने की कवायद की थी उसका हश्र क्या हुआ ये आज देश की जनता जानती है.


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