पटनाः जातिगत जनगणना पर सर्वदलीय बैठक एक जून को होगी. आज संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी ने बैठक में शामिल होने के लिए सभी दलों को चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में अलग-अलग दलों के नेताओं से बैठक में शामिल होने की गुजारिश की गई है. इस बैठक में बीजेपी भी शामिल होने जा रही है. एक जून को होने वाली बैठक में क्या कुछ निकलकर आता है इस पर सबकी नजरें रहेगी. संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि, त्रुटिरहित जनगणना हो सरकार इस मंशा के साथ इस मुद्दे पर आगे बढ़ेगी. 


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केंद्र सरकार के इंकार के बाद अब बिहार सरकार अपने स्तर से जातिगत जनगणना कराएगी. इसी बीच राज्य के संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी ने सभी दलों के नेताओं को चिट्ठी लिखी है. जदयू के वरिष्ठ नेता और संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी ने इससे पहले चौबीस मई को इस बात की घोषणा की थी कि कब जातिगत जनगणना पर सभी दलों की बैठक होगी. एक जून को होने वाली सर्वदलीय बैठक पर सभी दलों ने अपने-अपने स्तर से प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी ने कहा है कि साल दो हजार ग्यारह में जो जनगणना हुई थी उसकी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई थी. पार्टी प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा है कि, त्रुटिरहित जनगणना होनी चाहिए.वहीं राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि, तेजस्वी के दबाव के आगे सरकार और बीजेपी को झुकना पड़ा है।ये तेजस्वी यादव की सफलता है.


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अब सबकी नजरें एक जून को होने वाली सर्वदलीय बैठक पर होगी. चार बजे शाम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में होने वाली बैठक के लिए कौन-कौन सी पार्टी हिस्सा लेगी इस पर तस्वीर साफ नहीं हुई है. संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी से ये पूछे जाने पर कि क्या सर्वदलीय बैठक में राजद की तरफ से लालू यादव हिस्सा लेंगे. विजय कुमार चौधरी ने कहा कि, ये तय राजद को करना है. दूसरी ओर कांग्रेस के प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने कहा है कि, बीजेपी अब भी जातिगत जनगणना के लिए ईमानदार नहीं है. वो उलझाने की कोशिश कर रही है. क्योंकि अब तक वो नीतिगत रूप से जातिगत जनगणना का तो विरोध ही करती रही है. 


जातिगत जनगणना का स्वरूप क्या होगा. इसे किस आधार पर कराया जाना चाहिए और सबसे बड़ी बात कि बिहार में जातिगत जनगणना कब शुरू होगा और कब इसके अंतिम परिणाम आएंगे. इन सब पर मंथन एक जून को होगा. यानि इंतजार करें एक जून का जब बिहार के सभी दलों के नेता उस मुद्दे पर एक साथ मंथन करेंगे जिसके लिए राजनीतिक का पारा हाई रहा है. 
(रिपोर्ट-प्रीतम कुमार)