पीएम मोदी ने की `मन की बात`, कहा- स्वदेशी उत्पादों का इस्तेमाल कर मनाएं त्योहार
प्रधानमंत्री ने कहा कि आगामी समय में लोग होली के त्योहार के लिए जुट जाएंगे. होली की शुभकामनाओं के साथ उन्होंने देशवासियों से सतर्कता से त्योहार मनाने की अपील की.
पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो शो 'मन की बात' में लोगों से वोकल फॉर लोकल होने का आग्रह किया. उन्होंने लोगों से होली जैसे आगामी त्योहारों को स्थानीय रूप से बने, यानी स्वदेशी उत्पादों के साथ मनाने की अपील की. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह रिश्तों को मधुर बनाने और परिवार, दोस्तों व अपने सभी शुभचिंतकों के साथ संबंधों को मजबूत करने का समय है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आगामी समय में लोग होली के त्योहार के लिए जुट जाएंगे. होली की शुभकामनाओं के साथ उन्होंने देशवासियों से सतर्कता से त्योहार मनाने की अपील की. कहा कि इस मौके पर लोग अधिक से अधिक स्वदेशी चीजों को खरीदें और उनका ही इस्तेमाल करें.
भौतिक विज्ञानी सीवी रमन को दी श्रद्धांजलि
पीएम मोदी ने 28 फरवरी को विज्ञान दिवस से पहले भौतिक विज्ञानी सीवी रमन को श्रद्धांजलि दी और माता-पिता से बच्चों में वैज्ञानिक स्वभाव पैदा करने का आग्रह किया. उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और पर्यावरण के अनुकूल विकल्पों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए जम्मू, विशाखापट्टनम, मुंबई और रणथंभौर में चल रहे प्रयासों पर भी प्रकाश डाला.
आयुष स्टार्टअप के बारे में की चर्चा
रविवार को अपने रेडियो शो 'मन की बात' के 86वें संस्करण के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बारे में बताया कि कैसे केन्या के पूर्व प्रधानमंत्री रैला अमोलो ओडिंगा अपनी बेटी मैरी को आयुर्वेदिक इलाज के लिए केरल ले आए, जब वह दृष्टि समस्याओं से पीड़ित होने लगीं. नरेंद्र मोदी के अनुसार, आयुर्वेदिक दवाओं से मैरी के ठीक होने के बाद, उनके पिता ने उनसे वादा किया था कि भारत के आयुर्वेदिक उपचारों का ज्ञान केन्या में भी फैलाया जाएगा. प्रधानमंत्री ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि देश में बीते कुछ दिनों में आयुर्वेद के क्षेत्र में भी नए स्टार्टअप सामने आए हैं.
भाषाओं के महत्व पर डाला प्रकाश
वहीं, भाषाओं के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भाषाएं न केवल अभिव्यक्ति का माध्यम हैं, बल्कि एक समाज की संस्कृति और विरासत को संरक्षित करने में भी मदद करती हैं. कहा कि भाषाओं की अपनी विशेष विशेषताएं हैं और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में स्थानीय बोलियों पर जोर दिया गया है. पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले ही हमने मातृभाषा दिवस मनाया. जैसे हमारे जीवन को हमारी मां गढ़ती है वैसे ही मातृभाषा भी हमारे जीवन को गढ़ती है.