बिहार: कैमूर में 1 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुआ खनन विभाग का कर्मी
बालू गाड़ी पकड़ाने के बाद ट्रक मालिक ने इसकी शिकायत निगरानी विभाग पटना को की थी. जिसके बाद निगरानी की टीम ने जांच में मामला सही पाते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
Kaimur: कैमूर जिले में विजिलेंस ने बड़ी कार्रवाई की है. यहां जिला खनन कार्यालय मोहनिया से बालू गाड़ी छोड़ने के नाम पर एक लाख रुपए की घूस लेते हुए खनन विभाग के बड़ा बाबू रंजीत कुमार और उनके सहयोगी सरफुद्दीन को निगरानी की टीम ने गिरफ्तार किया है.
दरअसल, कैमूर जिले में बालू के खेल में अवैध उगाही लगातार जारी है. जिला स्तर से कार्रवाई के नाम पर कोरम पूरा हो रहा है. बालू गाड़ी पकड़ाने के बाद ट्रक मालिक ने इसकी शिकायत निगरानी विभाग पटना को की थी. जिसके बाद निगरानी की टीम ने जांच में मामला सही पाते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
इस मामले में विजिलेंस विभाग के डीएसपी सुरेंद्र कुमार महुआवर ने बताया, 'योगेश शाह जो रोहतास जिले के नासरीगंज के रहने वाले हैं, उनकी बालू में गाड़ी चलती है. 24 मई की रात में बालू लोड कर दिल्ली से वाराणसी जाने के दौरान मोहनिया टोल प्लाजा पर लगे मजिस्ट्रेट द्वारा चालान फेल होने का हवाला देते हुए गाड़ी को सीज कर यार्ड में लगा दिया गया था.
जब ट्रक मालिक अगले दिन जिला खनन कार्यालय पहुंचकर गाड़ी छुड़ाने की बात करने लगा तो उससे गाड़ी छोड़ने के नाम पर एक लाख रुपए की रिश्वत की डिमांड की गयी. फिर ट्रक मालिक योगेश यादव ने इसकी शिकायत निगरानी विभाग पटना में की. जहां ट्रक मालिक द्वारा 27 मार्च को शिकायत निगरानी में दर्ज करायी गयी थी.
शिकायत की पुष्टि होने के बाद निगरानी की 11 सदस्यीय टीम ने धावा बोलते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया. बहरहाल निगरानी विभाग की टीम खनन विभाग के बड़ा बाबू रंजीत कुमार और सरफुद्दीन को गिरफ्तार कर पटना ले गई जहां दोनों आरोपियों को कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा.
(इनपुट-मुकुल जायसवाल)
Meena Bisht,Output Desk