पटनाः MLC Election: बिहार में एमएलसी चुनाव की गहमा-गहमी के बीच एक बार फिर बड़ी खबर आई है. खबर कांग्रेस के पाले से है, जिसके एक ऐलान ने RJD और JDU को राहत दे दी है. असल में कांग्रेस ने घोषणा की है कि वह इस एमएलसी चुनाव में अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी. चुनाव की सरसराहट के बीच अचानक 24 घंटे में कांग्रेस ने ये बदलाव किया है. कांग्रेस के विधायक दल के नेता अजीत शर्मा का बयान सामने आया है, जिसनें उन्होंने कहा है कि कांग्रेस इस एमएलसी चुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी. 


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आलाकमान को दी है सूचना
अजीत शर्मा ने कहा कि हमने लालू यादव से भी मुलाकात की उनसे भी निवेदन किया था कि वह मैडम सोनिया गांधी से मिलें. हम लोगों ने आलाकमान को भी इसकी सूचना दे दी है कि महा गठबंधन धर्म का पालन राजद ने नहीं किया है. हॉर्स ट्रेडिंग जैसे चीजों में कांग्रेस नहीं जाएगी कांग्रेस अपने विचारधारा के साथ रहेगी अगर कांग्रेस के पास अभी बहुमत नहीं है उसने वोट नहीं है तो कांग्रेस अपने उम्मीदवार को एमएलसी चुनाव में नहीं उतारेगी. हालांकि कांग्रेस ने मंगलवार को जो दावा किया, उससे लगा कि पार्टी एमएलसी चुनाव का खेल बिगाडऩे की तैयारी में है. 


कांग्रेस का ये था दावा
कांग्रेस का दावा था कि दूसरे दलों के करीब 15-16 विधायक हमारे संपर्क में हैं. इस वजह से पार्टी एक प्रत्याशी उतारने पर विचार कर रही है. अगर ऐसा हुआ, तो विधान परिषद चुनाव में मतदान की नौबत आ सकती है. मतदान की नौबत आई तो क्रास वोटिंग का खतरा पार्टियों की इज्‍जत उतार सकता है. इसके साथ ही जीतन राम मांझी की पार्टी हम और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम के विधायकों की पूछ बढ़ सकती है. हालांकि, अब कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने नई बात कही है.


विधान परिषद चुनाव की जारी प्रक्रिया के बीच कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने मंगलवार को कहा था कि कांग्रेस परिषद चुनाव में एक उम्मीदवार पर दांव लगाने पर विचार कर रही है. तिवारी ने कहा वे किसी भी दल के विधायकों को क्रास वोटिंग के लिए उकसा नहीं रहे, लेकिन विधायक अपनी अंतरात्मा की आवाज पर कांग्रेस के प्रत्याशी के साथ जाने का दावा कर रहे हैं. 


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