पटनावासी जल्द उठा सकेंगे मरीन ड्राइव का आनंद, इस महीने पूरा होगा काम
दीघा से ए एन सिन्हा इंस्टिट्यूट तक की लंबाई छह किलोमीटर है जिसे मार्च महीने में ही पूरा कर लिया जाना है. अब तक राज्य सरकार इस परियोजना के लिये 1390 करोड़ रुपये अपना फंड दे चुकी हैं.
पटना: मुंबई के मरीन ड्राइव के तव पर बन रहा पटना का मरीन ड्राइव यानी लोकनायक जयप्रकाश गंगा एक्सप्रेस-वे का काम तेजी से चल रहा है. शुक्रवार को पथ निर्माण मंत्री नितिन नबीन ने इस योजना का मुआयना करते हुए कार्य प्रगति की समीक्षा की और दावा किया कि समय सीमा के अंदर इसे पूरा कर लिया जायेगा. पहले चरण के तहत दीघा से पीएमसीएच तक का काम अप्रैल महीने तक पूरा कर लेने की योजना है.
मंत्री नितिन नबीन ने की पूजा
इस प्रोजेक्ट में दीघा की ओर से शुक्रवार को कालीकरण के काम की शुरुआत की गयी. इससे पहले पथ निर्माण मंत्री ने पूजा करके विधिवत इसकी शुरुआत की. इस योजना के कई महत्वपूर्ण फीचर्स हैं जो इसे खास बनाते हैं.
मार्च तक पूरा करना है निर्माण कार्य
दीघा से ए एन सिन्हा इंस्टिट्यूट तक की लंबाई छह किलोमीटर है जिसे मार्च महीने में ही पूरा कर लिया जाना है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने वर्ष 2013 में लोकनायक गंगा पथ (Loknayak Ganga Path) का शिलान्यास किया था. अब तक राज्य सरकार इस परियोजना के लिये 1390 करोड़ रुपये अपना फंड दे चुकी हैं.
6 अंडर पास बनाये जाएंगे
वहीं हुडको (HUDCO) से अतिरिक्त 2000 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है. इस परियोजना में गंगा नदी के धार्मिक महत्त्व को ध्यान में रखते हुए शहर से नदी तक जाने के लिए जगह-जगह छह अंडर पास बनाये जा रहे हैं.
उत्तर बिहार के लोगों को मिलेगा लाभ
गंगा एक्सप्रेस-वे से ए एन सिन्हा इंस्टिट्यूट तक का काम युद्ध स्तर पर पूरा किया जा रहा है. इसके शुरू हो जाने से उत्तर बिहार के लोग सीधे गांधी मैदान पहुंच सकेंगे, इसके लिए एक्सप्रेस-वे से ए एन सिन्हा इंस्टिट्यूट के पास संपर्क पथ बनाया जा रहा है.
पटना का मरीन ड्राइव
बता दें कि दीघा साइड से 5.9 किलोमीटर के बाद एलिवेटेड सड़क का निर्माण कराया गया है जो गंगा नदी के साथ-साथ है यानी एक ओर शहर का खूबसूरत दृश्य और दूसरी ओर गंगा का मनोहारी विस्तार और बिच से मरीन ड्राइव. इस मरीन ड्राइव का काम भी बालू घाट तक यानी गुलबी घाट से आगे तक हो चुका है. आगे की कार्य प्रगति भी सही समय से चल रहा है.
तय समय में काम पूरा करने का निर्देश
पथ निर्माण मंत्री नितिन नबीन ने सेटिंग जोन का जायजा लेकर कार्य प्रगति की स्थिति जानी और इसे समय सीमा से पूरा करने का आदेश प्रोजेक्ट के अधिकारीयों को दिया.
6 जगहों पर चढ़ेंगी गाड़ियां
इसमें छह जगहों पर अशोक राजपथ से एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियां चढ़ सकेंगी. पीएमसीएच परिसर के लिए स्पेशल कनेक्टिविटी दी जा रही है.
1.एलसीटी घाट महावीर वात्सल्य अस्पताल के सामने से.
2. एएन सिन्हा इंस्टीच्यूट गोलघर के सामने से,
3. कृष्णा घाट साइंस कॉलेज के समीप से,
4. गायघाट गांघी सेतु के बगल से,
5. कंगन घाट पटना सिटी गुरुद्वारा के सामने से
6. पटना सिटी में पटना घाट से
इस महत्वकांक्षी परियोजना में जमीन पर निर्माण-
दीघा से ए एन सिन्हा इंस्टीट्यूट (5.9 किलोमीटर).
एलिवेटेड निर्माण –ए एन सिन्हा इंस्टीट्यूट से नुरुद्दीनघाट तक (10.5 किलोमीटर), नुरुद्दीनघाट से दीदारगंज चेकपोस्ट तक (2.9 किलोमीटर) और दीदारगंज चेकपोस्ट से गोपघाट तक (600 मीटर).
गंगा एक्सप्रेस वे से अटल पथ को जोड़ा जा रहा है तो दूसरी ओर इसे कच्ची दरगाह-विदुपुर गंगा सेतु से भी जोड़ा जा रहा है. एलिवेटेड रोड छोड़ कर बाकी जमीन पर 5.9 किलोमीटर का सड़क गंगा नदी के साथ-साथ है. ऐसे में अप्रोच मार्ग को मजबूती देने के लिए विशेष व्यवस्था की गयी है जिससे गंगा जलस्तर में वृद्धि होने पर किसी भी परिस्थिति मे अप्रोच मार्ग को नुक्सान न पहुंचे और आवागमन निर्बाध तरीके से हो सके.
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