पटनाः Rambha Teej 2022: व्रत और त्योहार के नजरिए से ज्येष्ठ मास बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस दौरान कई व्रत-त्योहार जीवन में आरोग्य, शांति, समृद्धि और परिवार में संपन्नता लाते हैं. इन्हीं व्रतों में एक है रंभा तीज. साल 2022 में रंभा तीज 2 जून को पड़ने वाली है. ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 2 जून को गुरुवार के दिन है. तीज की तिथि 1 जून बुधवार की रात 09 बजकर 47 मिनट से शुरू हो जाएगी और 3 जून को रविवार के दिन रात्रि के 12 बजकर 17 मिनट पर इसका समापन हो जाएगा. इस प्रकार से रंभा तीज का पर्व 2 जून को मनाया जाएगा.


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रंभा तीज शुभ तिथि और मुहूर्त
रंभा तृतीया का व्रत ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है. इस बार यह व्रत 2 जून दिन गुरुवार को रखा जाएगा.  इस व्रत के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, विडाल योग का निर्माण हो रहा है.


तृतीया तिथि का आरंभ- 1 जून बुधवार की रात में 09 बजकर 47 मिनट से
तृतीया तिथि समापन- 3 जून, शुक्रवार की रात 12 बजकर 17 मिनट पर  


शृंगार की वस्तुएं की जाती हैं दान
रंभा तीज के दौरान महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं और विशेषतः इस दिन चूड़ियों की पूजा की जाती है. सनातन धर्म के अन्य पर्वों की ही तरह रंभा तीज के दिन भी दान का भी बड़ा महत्व है. मान्यता है कि इस दिन सोलह श्रृंगार की वस्तुओं का दान करने से दांपत्य जीवन में खुशहाली आती है. रिश्तों में कड़वाहट कम होती है और प्रेम बढ़ता है.


रंभा तीज पूजा विधि
रंभा तीज के दिन सुबह स्नान करके साफ कपड़ा धारण कर लें. इसके बाद सूर्य की तरफ मुख करके बैठ जाएं और दीपक जलाएं. विवाहित स्त्रियां सौभाग्य और सुंदरता की प्रतीक रंभा, धन की देवी मां लक्ष्मी और सती की विधि-विधान के साथ पूजा करती हैं. इस दिन कुछ जगहों पर चूड़ियों के जोड़े को रंभा के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है. प्सरा रंभा को इस दिन चंदन, फूल आदि अर्पित किया जाता है. इसके अलावा आर रंभा तीज को हाथ में अक्षत लेकर इन मंत्रों का जाप करेंगे तो जीवन में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहेगी.


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