सिवानः बिहार के सिवान में एक युवक अपने अनोखे अंदाज और हौसलों को लेकर काफी चर्चाओं में हैं. बचपन से दिव्यांग होने के बावजूद कभी उसे कमजोरी नहीं मानकर नहीं बैठा. यह सिवान के गुठनी प्रखंड के डरैला गांव के मुरली कुमार सिंह है. इनकी उम्र 40 साल हो चुकी है. मुरली कुमार सिंह के जन्म से ही दोनों हाथ-पैर नहीं हैं, लेकिन वह इसे अपनी कमजोरी मानकर नहीं बैठे है. 


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अपने डांस से जीत लेता है महफिल 
मुरली कुमार सिंह ने डांस का हुनर सीखा और आर्केस्ट्रा में अनाउंसर का काम करना शुरू कर दिया. वह दूसरों को खुशी बांटने लगे. उनकी हाइट 3 फीट 2 इंच है, लेकिन बिना पैरों के जब वे नाचते हैं तो पूरी महफिल ही लूट लेते हैं. लोग सीटी बजाने लगते हैं. यहीं नहीं उनके पास और भी हुनर है. वह एक मिनट में 40 शब्द कंप्यूटर पर टाइप कर लेते हैं. मोबाइल चलाने के लिए हाथ की जरूरत नहीं पड़ती है. 


कंप्यूटर पर करता है 40 की स्पीड से टाइपिंग  
वहीं बता दें कि मुरली कुमार सिंह के दोनों हाथ के पंजे नहीं है, लेकिन वह साक्षर होने का प्रमाण भी देते हैं. उनकी लिखावट को देखकर लोग उनकी तारीफ करते नहीं रुक पाते हैं. वह अपने विकलांग हाथों से कंप्यूटर पर 40 की स्पीड से टाइप भी कर सकते हैं. कोई भी भारी वजन उठा सकते हैं. यहां तक कि बॉल को किक भी मार सकते हैं. वजह यही है कि इस शख्स का नृत्य देखने के लिए भारी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्रित हो जाती है. 


लव मैरिज की है पत्नी है 5 फीट लंबी
मुरली सिंह बताते हैं कि वह अपनी जांघ की हड्डियों के सहारे किसी भी संगीत पर घंटों तक नृत्य कर सकते हैं. वह बताते हैं कि मूल रूप से उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रहने वाले हैं. लेकिन कई वर्षों पूर्व सिवान में आकर बस गए हैं. यहीं पर अपनी पत्नी के साथ रह कर जीवन बसर करते हैं. मुरली कुमार आगे बताते है कि साल 2013 में उन्होंने यूपी के देवरिया जिले की रहने वाली निशा कुमारी से लव मैरिज की थी. दोनों का एक बेटा और एक बेटी है. वहीं उनका कहना है कि इंसान अगर हौसला बनाए रखे तो दुनिया में कोई भी काम नामुमकिन नहीं है.


(रिपोर्ट- अमित कुमार सिंह)


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