मसौढ़ी: Taregana Station Attack: बीते 18 जून को तारेगना स्टेशन पर तोड़फोड़ आगजनी और पथराव की घटना में रेलवे पुलिस ने 75 ज्ञात और 1500 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज की है. वारदात में शामिल 75 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. गौरतलब है कि अग्निपथ योजना को लेकर हज़ारों की भीड़ तारेगना स्टेशन पर टूट पड़ी थी. इस दौरान जमकर पत्थरबाजी की गई. पुलिस पर फायरिंग भी की गई. स्टेशन परिसर में लगे उपकरण को तोड़कर उसमें आग लगा दी गई. 


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पहले से ट्रेन हमले की योजना
मसौढ़ी में शनिवार को अग्निपथ के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने जमकर बवाल काटा था. करीब डेढ़ हजार प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने तारेगना रेलवे स्टेशन पर हमला बोल दिया. उपद्रवियों ने पेट्रोल बम फेंककर तारेगना स्टेशन परिसर और टिकट काउंटर को आग के हवाले कर दिया. साथ ही वहां रखे दर्जनों वाहनों में आग लगा दी. बताया जा रहा है कि उपद्रवी मसौढ़ी से होकर गुजरने वाली एक एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला करना चाहते थे, ट्रेन नहीं आने से उन्होंने तारेगना स्टेशन में आगजनी और तोड़फोड़ कर दी. इस ट्रेन हमले की योजना भी पहले से ही बना ली गई थी, लेकिन ट्रेन जब स्टेशन पर नहीं पहुंची तो उपद्रवियों ने स्टेशन को ही तबाह कर दिया था. 


20 जून के लिए भी पुलिस अलर्ट
स्टेशन कैंपस के बाहर खड़े वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया. उपद्रवियों के बढ़ते उपद्रव को देखते हुए अंततः पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी. तारेगना स्टेशन का निरीक्षण करने पहुंचे रेल डीआईजी का कहना था कि घटना पूर्ण नियोजित साजिश के तहत की गई. इसमें कुछ आपराधिक छवि के लोगों ने छात्रों को गुमराह कर घटना में शामिल किया है. सभी को चिह्नित किया जा रहा है. 20 जून के भारत बंद को देखते हुए रेल पुलिस अलर्ट मोड में है. हंगामा करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा.


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