Ranchi: बिहार के कुख्यात कोढ़ा गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए रविवार को झारखंड की पलामू पुलिस उसके तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया तथा उन्हें संरक्षण देने के आरोप में दो लोगों को भी गिरफ्त में लिया है. यह जानकारी मेदिनीनगर में पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने संवाददाताओं को दी. उन्होंने बताया कि इन अपराधियों के पास से लगभग बीस हजार रुपये नकद, चोरी की दो मोटरसाइकिलें, 37 पुड़िया अलकुशी पाउडर, डिक्की तोड़ने के औजार, पांच मोबाइल फोन आदि बरामद किए गए हैं. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्त में आने से पहले गिरोह का सरगना फरार हो गया और उसकी तलाश की जा रही है . 


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गिरफ्तार अपराधियों के खिलाफ झारखंड के अलावा उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. उन्होंने कहा कि दस दिसंबर को पांकी थाना क्षेत्र में हुई लूट और डिक्की तोड़कर रुपए निकालने की घटना के बाद पुलिस ने इस सिलसिले में कार्रवाई की. छानबीन में सामने आया है कि गिरफ्तार सारे अपराधी बिहार के कुख्यात कोढ़ा गैंग से जुड़े हुए थे. यह गिरोह वैसे लोगों को अपना शिकार बनाता था जो बैंकों से पैसे निकालने के बाद उसके प्रति सचेत नहीं रहते. ऐसे लोगों की रेकी कर गैंग के सदस्य नकदी बैग लूट लेते हैं या डिक्की में रखा धन डिक्की तोड़कर निकाल लेते हैं. 


उन्होंने बताया कि कुछ जगहों पर यह गिरोह अलकुशी पाउडर (खुजली का) छिड़ककर भी लूट कांड को अंजाम देता है. सिन्हा ने बताया कि हालांकि इस गिरोह का सरगना पुलिस की कार्रवाई से पहले भाग गया. वह कई वर्षों से पलामू में रहकर गिरोह का संचालन कर रहा था. सिन्हा ने बताया कि गत 10 दिसम्बर को पांकी में भारतीय स्टेट बैंक के पास मस्जिद चौक से रिजवानुल हक अंसारी द्वारा बैंक से निकाल कर मोटरसाइकिल की डिक्की में रखे 90000 (नब्बे हजार रुपये) दिन के करीब ढाई बजे अज्ञात अपराधियों ने डिक्की तोड़कर चोरी कर लिये थे. इसके बाद गत 23 दिसम्बर को स्टेट बैंक आफ इंडिया (एसबीआई) पांकी से ही किरण देवी जब 40000(चालीस हजार) रुपये निकाल कर अपने घर जा रही थीं उसी समय ग्राम मझौली शिव मंदिर के पास मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात व्यक्तियों ने उससे रुपये, पासबुक , आधार कार्ड, मोबाईल फोन आदि छीन लिया था. 


सिन्हा ने बताया कि जांच में इन घटनाओं के पीछे कोढ़ा गैंग के तीन अपराधियों--दीपक कुमार यादव, राहुल यादव, सुनील नट एवं उनके दो स्थानीय सहयोगियों स्वास्थ्य सहिया रिंकी देवी एवं कृत सिंह का हाथ होने पता चला जिसके बाद उन्हें आज गिरफ्तार किया गया. उनके पास से नगद रुपया, फर्जी नम्बर लगी दो मोटरसाइकिलें, मोटरसाइकिल की डिक्की के लॉक तोड़ने के औजार, खुजली करने वाला अलकुसी पाउडर, मोबाईल फोन एवं फर्जी नाम पते के सिम कार्ड एवं अन्य समान बरामद किये गए. 


पूछताछ में तीनों अपराधियों ने बताया कि इनका सरगना बासुदेव नट (पकड़े गये राहुल यादव एवं सुनील नट का ससुर) है, जो ठिकाना बदल बदल कर करीब 3-4 वर्ष से पाँकी, डालटनगंज, गढ़वा एवं अन्य जगह में रह रहा था . पुलिस अधीक्षक के अनुसार गिरफ्तार अपराधियों की पहचान कटिहार के दीपक कुमार यादव (38 वर्ष) और राहुल यादव (25), छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के सुनील नट (27), पलामू जिले की रिंकी देवी (40), कृत सिंह (35) रूप में की गयी है. भाषा, सं, इन्दु


(इनपुट: भाषा)