Tomoto Price: `लाल` हुआ टमाटर! कीमतों में हुई भारी उछाल, जानें क्या है इसकी वजह
एक हफ्ते पहले जहां सब्जियों की कीमत में कमी थी और टमाटर 20 से ₹30 किलो बिक रहे थे. आज वहीं टमाटर पटना के अलग-अलग सब्जी मंडियों में अलग-अलग कीमतों पर बिक रहे हैं. पटना के गांधी मैदान के पास अंटा घाट सब्जी मंडी में टमाटर की कीमत ₹120 है.
Patna: एक हफ्ते पहले जहां सब्जियों की कीमत में कमी थी और टमाटर 20 से ₹30 किलो बिक रहे थे. आज वहीं टमाटर पटना के अलग-अलग सब्जी मंडियों में अलग-अलग कीमतों पर बिक रहे हैं. पटना के गांधी मैदान के पास अंटा घाट सब्जी मंडी में टमाटर की कीमत ₹120 है. लोगों का कहना है कि जिस तरह से टमाटर की कीमत में बढ़ोतरी हुई है, उससे मुश्किलें काफी बढ़ गई है, टमाटर से तो अच्छा है कि नॉनवेज खा लेंगे.
वहीं, दुकानदारों का कहना है कि टमाटर नासिक और बेंगलुरु से आ रहे हैं, जिस वजह से कीमत यहां पर बढ़ गया है. कई दुकानदार का कहना है 1 कैरेट में 5 से 6 किलो टमाटर आते समय खराब हो जा रहे हैं जिसके कारण कीमतों में बढ़ोतरी हुई है.
सब्जियों की बढ़ती कीमत से घर की गृहणी परेशान हो गई है क्योंकि घर का बजट उन्हें ही बनाना पड़ता है जिस तरह से कीमत में उछाल हुआ है. उसको लेकर उनका कहना है कि अब सावन आने को है इधर तो कुछ दिन नॉनवेज खाकर काम चल जाएगा, लेकिन जब सावन आएगा तो इस बार सावन 55 से 56 दिनों का है जिसमें केवल वेज ही खाना पड़ेगा. सब्जी कीमत में जिस तरह से उछाल है इससे संभव नहीं है कि प्रतिदिन सब्जी खा सकें. इसके लिए अब आलू पर ही भरोसा करना पड़ेगा.
वहीं, रांची के सब्जी मंडियों से भी टमाटर गायब हो गया है. बहुत कम सब्जी विक्रेता ऐसे हैं जो टमाटर बेच रहे क्योंकि उनका कहना है कि टमाटर की कीमत में जो आग लगी है इस वजह से लोग खरीदने से परहेज कर रहे हैं. लोगों की मानें तो टमाटर के बिना सब्जियां थोड़ी कम स्वादिष्ट हो जाती है लेकिन बड़ी कीमतों की वजह से टमाटर की जगह चाहे केचप का इस्तेमाल किया जा रहा है या फिर वैसे सब्जियां बनाई जा रही है जिसमें टमाटर का इस्तेमाल ना के बराबर हो.
किसानों का मानना है कि गर्मी के मौसम में जो भीषण गर्मी पड़ी थी. उस वजह से फसलें बर्बाद हुई और बाहर से भी टमाटर नहीं आ पा रहा है. इस वजह से कीमतों में उछाल देखा जा रहा है वहीं ग्राहकों की माने तो बहुत ही कम सब्जी विक्रेताओं के पास टमाटर है इसीलिए वह ज़्यादा महंगी कीमत में टमाटर बेच रहे हैं.