लखीसराय: लखीसराय शहर के केआरके हाई स्कूल के विज्ञान भवन में विगत दो वर्षों से अस्थायी रूप से श्री दुर्गा बालिका उच्च विद्यालय और मध्य विद्यालय नया बाजार का संचालन हो रहा है. विद्यालय का अपना भवन जर्जर हो चुका है. नया भवन कब बनेगा यह शिक्षा विभाग और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण भविष्य के गर्भ में है. छोटे से भवन में अस्थायी तौर पर संचालित उक्त दोनों विद्यालय के नामांकित छात्र-छात्राओं को बैठने के लिए भी जगह तक नहीं है. दोनों विद्यालय मात्र दो-दो कमरे में चल रहे हैं. बरामदे का बंटवारा कर आधे-आधे हिस्से में दोनों विद्यालय की कक्षा संचालित है. इस कारण नामांकित अधिकांश बच्चे विद्यालय नहीं आते हैं. उक्त दोनों विद्यालय स्थापना काल से नया बाजार में चल रहे थे. 


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वर्ष 2020 में भवन निर्माण विभाग ने विद्यालय भवन को जर्जर और अनुपयोगी बताते हुए उसे छोड़ दिया था. तबसे दोनों विद्यालय केआरके हाई स्कूल के विज्ञान भवन में किसी तरह संचालित है. एक बड़ा हाल को आलमीरा से घेर कर दो भागों में बांटकर दोनों विद्यालय का प्राचार्य कक्ष और शिक्षक कक्ष जुगाड़ सिस्टम से चल रहा है. दोनों विद्यालय के छात्र जमीन से लेकर सीढ़ी पर बैठ कर पढ़ाई कर रहे हैं. जबकि कई छात्राएं ने बताया कि जगह के अभाव छात्र वापस घर लौट जा रहे हैं.


77 वर्ष पुराना मध्य विद्यालय नया बाजार को अपना भवन नहीं
1945 में मध्य विद्यालय नया बाजार की स्थापना की गई थी. वर्ष 1954 में मध्य विद्यालय का दर्जा मिला. वर्तमान में इस विद्यालय में कक्षा एक से आठ तक कुल 729 बच्चे नामांकित हैं, लेकिन विद्यालय के पास नामांकित बच्चों को बैठाने के लिए जगह नहीं है. एक कमरे में कक्षा सात और आठ के बच्चे बैठते हैं. एक छोटे से बरामदे पर कक्षा एक से छह के बच्चों को किसी तरह बिठाया जाता है. यहां प्रधानाध्यापक सहित कुल 12 शिक्षक कार्यरत हैं. यही हाल उच्च विद्यालय का भी है.


विद्यालय संचालन के नाम पर खानापूरी
अपना भवन नहीं रहने के कारण विद्यालय संचालन के नाम पर खानापूरी की जा रही है. यानी शिक्षक सिर्फ अपनी नौकरी कर रहे हैं. मध्य विद्यालय नया बाजार के प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बताया कि जगह के अभाव में बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही. जो बच्चे विद्यालय आ रहे हैं उनको मध्याह्न भोजन कराने में दिक्कत हो रही है. पुराना विद्यालय भवन दो वर्षों से बेकार पड़ा हुआ है. उसे तोड़कर नया भवन बनाने की दिशा में जिम्मेदार लोगों की चुप्पी नहीं टूट रही है.


शहर का सबसे पुराना श्री दुर्गा बालिका उच्च विद्यालय विज्ञान भवन के एक कमरे में किसी तरह चल रहा है. जगह नहीं रहने के कारण अधिकांश छात्राएं पढ़ने नहीं आती है. वर्तमान में कक्षा 10 में 641 छात्राएं नामांकित है. कक्षा नौ में नामांकन जारी है अबतक 400 से अधिक छात्राओं का नामांकन हो चुका है. मतलब कुल एक हजार से अधिक छात्राएं नामांकित हैं. जबकि विद्यालय में 100 छात्राओं के बैठने की भी व्यवस्था नहीं है. एक कमरे को स्मार्ट क्लास के रूप में चयनित किया गया था लेकिन उस कमरे में बिहार बोर्ड की इंटर की मूल्यांकित कापी रखी हुई है. विद्यालय में प्रधानाध्यापक सहित कुल नौ शिक्षक हैं.


विद्यालय संचालन की चुनौती से जूझ रहा प्रबंधन
दुर्गा बालिका उच्च विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका ने बताया हमारा काम सिर्फ नामांकन करना रह गया है. बच्चे कैसे पढ़ेंगे, उनके बैठने की क्या व्यवस्था है, बच्चों के अभिभावक आएंगे तो कहां खड़ा होंगे इसकी व्यवस्था करने में हम सक्षम नहीं हैं. विद्यालय का अपना पुराना भवनदो वर्षों से बेकार पड़ा हुआ है. उसे तोड़कर अब तक नया नहीं बनाया गया है. एक कमरा में किसी तरह विद्यालय संचालित हो रहा है. इस कारण छात्राएं जगह की कमी के कारण नहीं आती है.


भवन निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजने का निर्देशः डीएम
जिला शिक्षा अधिकारी विमलेश कुमार चौधरी ने बताया कि केआरके हाई स्कूल के विज्ञान भवन में संचालित मध्य विद्यालय नया बाजार और श्री दुर्गा बालिका उच्च विद्यालय के भवन निर्माण के लिए विभाग से राशि आवंटन की मांग की जाएगी. इसके लिए डीपीओ माध्यमिक को निर्देशित किया जाएगा. वहीं इस मामले में जिले के डीएम संजय कुमार सिंह ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी को अविलंब विद्यालय के भवन निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया है.


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