Tap-Water Scheme: नल-जल योजना का नहीं मिल रहा ग्रमीणों को लाभ, 8 महीने से बेकार पड़ी टंकी
Tap-Water Scheme: बिहार में मुख्यमंत्री द्वारा चलाई जा रही नल जल योजना के तहत ग्रामीणों को पेय जल मुहैया करवाया जा रहा है. लेकिन अगर इसकी जमीनी हकीकत की बात की जाए तो ग्रामीणों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है. कुछ इसी तरह के हालात लखीसराय जिले में देखने को मिल रहे हैं.
Lakhisarai: Tap-Water Scheme: बिहार में मुख्यमंत्री द्वारा चलाई जा रही नल जल योजना के तहत ग्रामीणों को पेय जल मुहैया करवाया जा रहा है. लेकिन अगर इसकी जमीनी हकीकत की बात की जाए तो ग्रामीणों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है. कुछ इसी तरह के हालात लखीसराय जिले में देखने को मिल रहे हैं. लखीसराय जिले में कई ऐसे इलाके हैं जहां पर ग्रामीण पेय जल की समस्या से जूझ रहे हैं. लोगों को पेय जल न मिलने से काफी परेशानी हो रही है. 80 प्रतिशत लोगों को नल जल योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
दूसरे गांव से लाना पड़ रहा है पानी
इस मौसम में लखीसराय जिले के बड़हिया प्रखंड अंतर्गत गंगासराय पंचायत के वार्ड नं -11 में इन दिनों ग्रामीणों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है. वार्ड में पेयजल की मांग बढ़ रही है. दरअसल मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी सात निश्चय योजना के तहत नल-जल योजना से लोगों को पीने का पानी मुहैया कराया जाता है. जानकारी के मुताबिक पिछले आठ महीने से नल-जल योजना का मोटर प्रखंड में खराब पड़ा है. ऐसे में ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए मजबूरी में दूसरे घरों के हैंडपंप से पानी लाना पड़ रहा है.
80 प्रतिशत नल-जल योजना में अधिकारियों की लापरवाही
वार्ड नं ०-11 के ग्रामीण ने बताया कि नल-जल योजना की टंकी महज शोभा की वस्तु बन कर रह गई है. पानी की आपूर्ति बाधित रहने से लोगों के सामने पेयजल की समस्या है. वहीं, इस पूरे मामले पर बिहार विधानसभा अध्यक्ष सह स्थानीय विधायक विजय कुमार सिन्हा ने भी माना कि जिले में 80% नल-जल योजना अधिकारियों की लापरवाही के कारण बंद पड़ा है. पानी न होने का मुख्य कारण अधिकारी हैं, जो कि सूचारू रूप से काम नहीं कर रहे हैं. जिसके कारण ग्रामीणों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है. . उन्होंने भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की बात कही है.