मुजफ्फरपुरः मुजफ्फरपुर के आईजी कार्यालय में उस समय अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब व्हीलचेयर पर बैठे एक दिव्यांग शिक्षक ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़कर आत्मदाह की कोशिश की. बता दें कि शिक्षक ने आत्मदाह के इरादे से ही अपने ऊपर पेट्रोल छिड़का और साथ ही पुलिस पर कई गंभीर आरोप भी लगाए. इसके बाद मौके पर उपस्थित पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया. 


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बता दें कि इस शिक्षक का नाबालिग बेटा चार दिनों से पुलिस की हिरासत में है. ऐसे में आईजी दफ्तर के सामने पहुंचे दिव्यांग पिता ने सदर थानाध्यक्ष सत्येंद्र मिश्रा पर कई गंभीर आरोप लगाए और आत्मदाह की कोशिश की. 


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बीते चार दिनों से पुलिस हिरासत में नाबालिग बेटे को रखे जाने के विरोध में आईजी कार्यालय पर आत्मदाह करने पहुंचा दिव्यांग पिता ने पुलिस वालों पर अभद्रता का आरोप लगाया. 


मुजफ्फरपुर के आईजी पुलिस के कार्यालय में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल बन गया जब एक व्हील चेयर पर एक व्यक्ति आत्मदाह करने पहुंच गया. उसने अपने शरीर पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगाने की धमकी दी. जिले के कुढ़नी प्रखंड के माधोपुर का रहनेवाला रविंद्र यादव का आरोप था की सदर थाना की पुलिस उसके नाबालिग बेटे को बाइक लूट में पकड़ कर थाना ले आई. पिछले चार दिनों से उसके नाबालिग बेटे को थाना पर रखा गया है. जबकि कानून के अनुसार उसको चौबीस घंटे के ही अंदर में अदालत के सामने प्रस्तुत करना चाहिए था. 


रविंद्र यादव ने बताया की जब वह सदर थानाध्यक्ष से मिलकर अपने बेटे के नाबालिग होने का कागज सौंपने गया तो अब थानाध्यक्ष ने उसे पटक कर मारने की धमकी दी है. हालांकि पूरे मामले पर जब सदर थानाध्यक्ष सत्येंद्र मिश्रा से सवाल पूछा गया तो सत्येंद्र मिश्रा ने बताया की आरोपी एक आदतन अपराधी है, उसपर सात से आठ मामले दर्ज हैं. वह नाबालिग है या नहीं यह तो जांच का विषय है पर अभी जिस केस में उसको गिरफ्तार कर कोर्ट भेजा गया है उसमें उसने एक ही दिन दस मिनट के अंदर दो बाइक को लूट लिया था. जिसके बाद पुलिस ने यह करवाई की है और सारे सबूत और साक्ष्य आरोपी के खिलाफ हैं. जिसके बाद पुलिस गिरोह के अन्य लोगों की जानकारी जुटा रही है.