Patna: डिश टीवी के खिलाफ यस बैंक के कुछ हालिया कदमों के मद्देनजर बीते कुछ दिनों से यस बैंक और डिश टीवी की खबरें बाजारों में काफी चर्चा में है. जानकारी के अनुसार, Yes Bank ने DISH TV में नए निदेशकों को नियुक्त करने का प्रस्ताव दिया है, जिसमें एक व्यक्ति भी शामिल है जो सेबी की जांच के दायरे में था.


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अब Yes Bank और प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज इंडिया लिमिटेड (IiAS) दोनों ही उनके द्वारा उठाए गए सवालों में बुरी तरह उलझे हुए हैं, दोनों फर्मों को उनके द्वारा उठाए गए कदमों के पीछे छिपे इरादों और गलत मंशा के बारे में मार्केट से गंभीर सवालों का सामना करना पड़ रहा है. 


ऐसे में अब सवाल उठता है कि Yes Bank ने आखिर क्यों इस तरह का प्रस्ताव आगे किया? क्यों IiAS ने इसका समर्थन किया? क्या Yes Bank और IiAS दोनों मिलकर निवेशकों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं? क्यों यस बैंक और आईआईएएस चुनिंदा तथ्यों का प्रचार कर रहे हैं? क्या IiAS किसी ऐसे व्यक्ति की ओर से काम कर रहा है जो डिश टीवी का अधिग्रहण करना चाहता है? IiAS का ये कहना कि वित्तीय नतीजे रोके जाने चाहिए- इस कदम से किसे फायदा होगा? क्यों IiAS नियामक कार्रवाई का सामना करने वाले किसी व्यक्ति को नियुक्त करने के Yes Bank के प्रस्ताव पर चुप है?


अधिकार की क्या समस्या है? पैसा कंपनी में जाएगा, व्यक्ति की जेब में नहीं-तो समस्या क्या है? क्या है यस बैंक की मंशा? डिश टीवी प्रबंधन परिवर्तन की मांग क्यों है-Yes Bank इससे क्या हासिल करना चाहता है? यस बैंक द्वारा प्रस्तावित नामांकित व्यक्तियों को डीटीएच उद्योग का अनुभव चाहिए?


ऐसे कई बिंदु हैं जो डिश टीवी के मामले में यस बैंक और IiAS की चाल और इरादों पर संदेह पैदा करते हैं. ऐसा लगता है कि निवेशकों के मन में संदेह पैदा करने की योजना है, लेकिन इस तरह के कदम से प्रॉक्सी फर्म के लिए ही साख का नुकसान हो सकता है. Zee Media ने Yes Bank और आईआईएएस को उनकी प्रतिक्रिया के लिए मेल भेजे लेकिन इस कहानी को प्रकाशित करने तक कोई जवाब नहीं मिला है.