औरंगाबादः बिहार के औरंगाबाद में बीते शनिवार की रात को नक्सलियों ने जमकर तांडव मचाया था. नक्सलियों ने बीजेपी एमएलसी राजन सिंह के चाचा की हत्या कर दी. यही नहीं नक्सलियों ने यहां करीब 10 वाहनों को आग के हवाले कर दिया. घटना के बाद नकस्ली फायरिंग करते हुए फरार हो गए. वहीं, इस घटना के बाद बीजेपी एमएलसी राजन सिंह ने इसका जिम्मेदार प्रशासन और सरकार को ठहराया है. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना की आशंका को लेकर बताया गया था लेकिन फिर भी कार्रवाई नहीं की गई.


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बीजेपी एमएलसी राजन सिंह ने अपने घर पर हुए नक्सली हमले को लेकर प्रशासन और राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि इस घटना में दोनों ही जिम्मेदार है. इस घटना की आशंका को लेकर मैंने सीएम नीतीश कुमार को लिखित आवेदन दिया था. साथ ही डीजीपी और एसपी को भी बताया था. लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.


उन्होंने कहा कि मैंने इस क्षेत्र में थाना या चौकी बनाने को लेकर आवेदन दिया था. लेकिन इस पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई. जब एक विधायक और उसका परिवार ही सुरक्षित नहीं है तो जनता कैसे सुरक्षित होगी. बीजेपी एमएलसी के इस बयान ने बिहार सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है.


राजन सिंह ने कहा कि यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी इस क्षेत्र में नकस्ली हमला हो चुका है. जिसमें एक युवक की हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद भी लिखित सूचना कर नक्सली हमले की आशंका जताई गई लेकिन किसी तरह का काम नहीं हो सका है.


वहीं, औरंगाबाद में हुए इस नक्सली घटना पर सियासत भी जोर पकड़ ली है. जहां जीतन राम मांझी ने नक्सलियों को अपना भाई बताते हुए कहा कि घटना की निंदा करता हूं लेकिन सरकार नकस्लियों को बंदूक के नोंक पर खत्म करना चाहती है जो नहीं हो सकता है. वहीं, बीजेपी के नेता ने कहा है कि यह नकस्ली घटना नहीं है. बल्कि कोई बड़ी साजिश है.


गौरतलब है कि शनिवार देर रात औरंगाबाद के देव थाना क्षेत्र के सुदी बीघा गांव में एक ट्रांसपोर्टर के घर पर काफी संख्या में नक्सलियों ने हमला कर दिया. इस दौरान नक्सलियों ने 100 राउंड से ज्यादा फायरिंग की, जिसमें बीजेपी एमएलसी राजन सिंह के चाचा की मौत हो गई. वहीं, बम से एक निर्माणाधीन मकान को गिरा दिया गया और 10 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.