Delhi: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Election 2021) से पहले बीजेपी (BJP) के बागी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) टीएमसी में शामिल हो गए. यशवंत सिन्हा ने आज कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन किया. इस दौरान टीएमसी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. TMC ज्वाइन करने के बाद यशवंत सिन्हा ने कहा, 'देश बहुत अद्भुत परिस्थिति से गुजर रहा है, जिन वैल्यू को हम बहुत महत्व देते थे वो आज खतरे में है. प्रजातंत्र की ताकत प्रजातंत्र की संस्थाए होती है. लेकिन आज लगभग हर संस्था कमजोर हो गयी है. इसमें न्यापालिका भी शामिल है.' 


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पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रजातंत्र के ऊपर खतरा खड़ा हो गया है. प्रजातंत्र का मतलब है की चौबीसो घंटे हमारे नेता देश के लिए काम करें. उन्होंने किसान आंदोलन पर कहा, 'किसान दिल्ली की सरहद पर बैठा है लेकिन किसी को कोई चिंता नहीं है.' सिन्हा ने कहा कि मजदूरों की हालात हम देख रहे हैं. शिक्षा और स्वस्थ्य किस दुर्दिन से गुजर रही है ये किसी को बताने की जरूरत नहीं है. वहीं, केंद्र पर निशाना साधते हुए सिन्हा ने कहा कि सत्तारूढ़ दल किसी भी कीमत पर बस हर जगह चुनाव जीतना चाहती है.


यशवंत सिन्हा ने कहा, 'अटल जी की पार्टी और आज की बीजेपी में जमीन आसमान का अंतर है. अटल जी कंसेंसस में विश्वास करते थे आज की सरकार क्रश करने में विश्वास करती है. अटल जी COOPT  करने में विश्वास करते थे और आज की सरकार कॉन्कर करने में विश्वास करती है.' उन्होंने कहा कि आज की बीजेपी के साथ कोई नहीं है, एक नीतीश कुमार के अलावा कोई महत्वपूर्ण पार्टी नहीं है. क्योकि उनके साथ रहने के कोई ही काबिल ही नहीं है. 


सिन्हा ने कहा कि आज की लड़ाई देश की अस्मिता और प्रजातंत्र की रक्षा की लड़ाई में बदल चुकी है. ममता बनर्जी और हमने अटल बिहारी वाजेपयी की सरकार में मिलकर काम किया था. ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) शुरू से फाइटर रही हैं.  कंदहार हाईजैकिंग के दौरान ममता बनर्जी ने खुद को बाकी Hostages के बदले होस्टेज बनना स्वीकार किया था. बंगाल में टीएमसी Thumping मेजोरिटी से जीतेगी और ये संदेश पूरे देश में जाए की अब देश बर्दाश्त नहीं करेगा.
 
उन्होंने कहा कि 2025 का जो परिवर्तन का रास्ता है दिल्ली में है वो बंगाल से होकर गुजरेगा. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'बहुत सोचने के बाद में इस निष्कर्ष पर पंहुचा की दूर से नहीं अलग रहकर नहीं बल्कि शामिल होकर टीएमसी की मदद करना चाहिए.' बता दें कि यशवंत सिन्हा राज्यसभा और लोकसभा दोनों का प्रतिनिधित्व किया है. वह केंद्र में चंद्रशेखर और अटल बिहार वाजपेयी की सरकार में वित्त और विदेश मंत्री भी थे. साथ ही वह बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष  भी रह चुके हैं.