पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने अपने पहले बजट में बिहार को कई बड़ी सौगातें दी हैं. इसमें सबसे महत्वपूर्ण राज्य में दो नए एक्सप्रेसवे का निर्माण है. पटना-पूर्णिया 300 किमी और गया-बक्सर-भागलपुर 386 किमी के ये एक्सप्रेसवे हैं. इस वित्त वर्ष के अंदर ही इन एक्सप्रेसवे पर 100-100 किमी के हिस्से पर काम शुरू हो जाएगा. इस परियोजना पर करीब 26,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में यह जानकारी दी. इस घोषणा के साथ ही राज्य में पहली बार एक्सप्रेसवे बनने का रास्ता साफ हो गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे से इन जिलों का मिलेगा लाभ
जानकारी के लिए बता दें कि पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे से पटना, वैशाली, बेगूसराय, नालंदा, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, मधेपुरा और पूर्णिया के लोगों को फायदा होगा. वहीं, गया-बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे से बक्सर, भोजपुर, रोहतास, अरवल, औरंगाबाद, गया, जहानाबाद, नवादा, जमुई, शेखपुरा, बांका और भागलपुर के लोगों को लाभ मिलेगा. बिहार पर केंद्र सरकार का विशेष ध्यान है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जेडीयू के सहयोग से बनी मोदी सरकार ने शपथ ग्रहण में ही बिहार से कई नेताओं को मंत्री बनाकर साफ कर दिया था कि बिहार पर विशेष फोकस रहेगा. अब पहले बजट में ही बिहार के लिए कई सौगातें दी गई हैं. बजट को पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे 719 किलोमीटर और गोरखपुर से सिलीगुड़ी वाया किशनगंज 521 किलोमीटर की डीपीआर पर पहले से काम चल रहा है.



भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत तैयार होंगे दोनों एक्सप्रेसवे
जानकारी के लिए बता दें कि बिहार को विकसित राज्य बनाने के लिए केंद्र सरकार लगातार काम कर रही है. बिहार में दोनों एक्सप्रेसवे भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत तैयार होंगे. इन प्रोजेक्ट की फाइलों को बाहर निकालते हुए सड़क परिवहन विभाग से उनकी डीपीआर मांगी गई है. प्रयास किया जा रहा है कि इस वित्त वर्ष में ही इन दोनों एक्सप्रेसवे के 100-100 किलोमीटर के हिस्से पर काम शुरू हो जाए. केंद्र सरकार विजन 2047 के तहत काम कर रही है और सड़कों का निर्माण तेजी से और समय पर पूरा करने का लक्ष्य है. 



बिहार के इन जिलों से होकर निकलेगा एक्सप्रेसवे
साथ ही गोरखपुर से सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से शुरू होकर बिहार के पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, लखीसराय, जमुई और बांका जिलों से होते हुए पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में खत्म होगा. यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा, जिससे पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच सीधी कनेक्टिविटी मिल जाएगी.


ये भी पढ़िए- Bihar Air Services: इन 10 जिलों से जल्द शुरू होगी हवाई सेवा, जानें कब बनेंगे नए एयरपोर्ट