पटना: बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर हमला किया है. तेजस्वी ने कहा, 'एक तरफ नीतीश कुमार 'प्रवासी' शब्द की नैतिकता पर उपदेश देते हैं और दूसरी तरफ अपना असली रंग दिखाते हुए श्रमवीरों को लाठी से पिटवाते है, पैदल चलने पर मजबूर करते है.'


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'श्रमिकों से किया गया पुशवत व्यवहार'
आरजेडी नेता ने आगे कहा, 'मुसीबत की घड़ी में उन्होंने राज्यवासियों को छोड़ दिया. उन्हें बिहार नहीं घुसने और आने पर वापस भेजने की धमकी दी. मुख्यमंत्री ने ट्रेन और बस नहीं होने का बहाना देकर, उन्हें आर्थिक, मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना दी. क्वारेंटाइन सेंटरो में मजदूरों के साथ पशुवत व्यवहार किया गया. उन्हें मूलभूत सुविधाओं से वंचित किया गया. क्वारेंटाइन सेंटरो में खाने में सांप, बिच्छू और छिपकली के साथ सूखा भात, नमक और मिर्च परोसी गई.'


'भ्रष्टाचार की गंगा बहाई जा रही'
तेजस्वी ने कहा कि, बिहार आने पर माटी पुत्र श्रमवीरों का लाठी-डंडों से स्वागत कराया जाता है. जबकि, दूसरे प्रदेश अपने श्रमवीरों का फूलों से स्वागत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि, सरकारी खामियां बताने पर अधिकारियों द्वारा श्रमिकों पर अत्याचार किया जाता है. उन्हें इलाज और उपचार से वंचित किया जाता है. उनके अधिकारों के नाम पर करोड़ों की निकासी कर भ्रष्टाचार की गंगा बहाई जा रही है. आज भी कटिहार रेलवे स्टेशन पर श्रमिकों को पीटा गया है.


'श्रमवीरों से माफी मांगें CM'
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, 'जिन्होंने 15 वर्षों में एक सुई का कारख़ाना नहीं लगवाया, वो चुनाव देख अब कारखाने और रोजगार की लफ्फाजी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री को बिहार के श्रमवीरों से बिना समय गंवाए माफी मांगनी चाहिए.'