पटना : बिहार में बाढ़ का कहर लगातार जारी है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक अब तक कुल 31 लोगों की मौत हो चुकी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज यानी मंगलवार को सदन में बाढ़ की स्थिति पर पूरी जानकारी देंगे. प्रश्नकाल के ठीक बाद मुख्यमंत्री बिहार विधानसभा को संबोधित करेंगे. 


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बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय चौधरी ने सदन में यह जानकारी दी है. अध्यक्ष ने सदन में बताया कि मुख्यमंत्री खुद दो दिनों में कई इलाकों में एरियल सर्वे किए हैं. सरकार की तरफ से बाढ़ प्रभावित इलाकों में क्या कुछ किया जा रहा है, तमाम मुद्दों पर मुख्यमंत्री खुद सदन में जानकारी देंगे.


बता दें कि बिहार में जारी बाढ़ की त्रासदी पर सियासत तेज हो गई है. खासतौर पर मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने सोमवार को विधानसभा परिसर में बाढ़ को लेकर जमकर हंगामा किया. राज्य सरकार पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाया. विधायकों ने सदन में कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया था, लेकिन उसे अस्वीकार कर दिया गया था.


सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, राज्य के कुल 12 जिलों के 64 प्रखंड की 20 लाख से अधिक आबादी बाढ़ से प्रभावित है. इनमें अररिया, किशनगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, कटिहार, मोतिहारी, बेतिया और मुजफ्फरपुर शामिल हैं. कहा जा रहा है कि कमला बालन नदी में 1987 के बाद इतना ज्यादा पानी आया है. स्थिति काफी भयावह है. बाढ़ के कारण बड़े पैमाने पर सड़कें टूट गई हैं. वहीं, अब तक कुल 31 लोगों की मौत हो गई है.


आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, बाढ़ प्रभावित इलाकों में 350 कम्यूनिटी किचेन चलाये जा रहे हैं. कई इलाकों से बाढ़ का पानी उतरना भी शुरू हो गया है. बाढ़ प्रभावित सीतामढ़ी की सड़कों का सोमवार को निरीक्षण किया गया.


बाढ़ से अब तक 31 लोगों की मौत
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक बाढ़ से कुल 31 लोगों की जान गई हैं. अररिया में सबसे ज्यादा 11 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, सीतामढ़ी में 10, शिवहर में एक, किशनगंज में चार, मोतिहारी में दो, मधुबनी में दो और दरभंगा में एक की मौत हो चुकी है. सभी मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा. इसके साथ ही किशनगंज और शिवहर में भी एक-एक की मौत हुई है.