रांचीः महागठबंधन में वामदलों को अलग रखा जा रहा है. बिहार में वामदलों को शामिल नहीं किया गया है. झारखंड में भी कुछ ऐसी ही स्थिति है. यहां भी वामदलों को महागठबंधन में शामिल करने और सीट देने की बात सामने नहीं आई है. वहीं, सीपीआई ने कहा है कि उन्हें महागठबंधन में शामिल किया जाए. अगर ऐसा नहीं हुआ तो एनडीए को हराना मुश्किल होगा.


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सीपीआई को महागठबंधन में सीट देने की बात सामने नहीं आई है. लेकिन सीपीआई ने हजारीबाग सीट की मांग की है. पार्टी ने यहां तक कह दिया है कि अगर हजारीबाग सीट नहीं दिया गया तो वह हजारीबाग के साथ अन्य सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे.


इस मामले में सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव डी राजा ने शुक्रवार को झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमन्त सोरेन से दिल्ली में मुलाकात कर आग्रह किया कि भाकपा को झारखंड के महागठबंधन का हिस्सा बनाते हुए उसे हजारीबाग सीट दी जाये.


झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार हेमन्त सोरेन ने राजा से कहा कि झामुमो भी चाहता है कि वाम दल झारखंड में महागठबंधन का हिस्सा बने. लेकिन वाम दल को कोडरमा सीट पर अपना दावा छोड़ना चाहिए. 


हेमन्त सोरेन ने स्पष्ट किया कि झामुमो सभी समान विचार वाले दलों को गठबंधन में शामिल कर भाजपा को परास्त करने के प्रति संकल्पित है.


उन्होंने कहा कि झामुमो इस मामले में वाम दलों का साथ देने को तैयार है अब इस बारे में निर्णय वाम दलों को करना है.