Jehanabad News: बिहार के तेजस्वी यादव लगातार प्रदेश के हेल्थ सिस्टम को दुरुस्त करने का दावा करते हैं, लेकिन उनके दावे की पोल जहानाबाद में खुल गई. यहां एम्बुलेंस के अभाव में एक नवजात शिशु की मौत हो गई. मामला सदर अस्पताल स्थित SNCU का है. जहां एम्बुलेंस का इन्तजार करते-करते परिजन थक गए और तकरीबन चार घंटे बाद नवजात ने दम तोड़ दिया. परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अगर समय रहते एम्बुलेंस मिल जाती तो नवजात की जान बच सकती थी.


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दरअसल अरवल जिले के कुर्था निवासी रंजन यादव की पत्नी रिंकू देवी ने रविवार (29 अक्टूबर) को 1 बजे एक बच्ची को जन्म दिया. नवजात को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. जिसके कारण आनन-फानन में उसे सदर अस्पताल के SNCU में भर्ती कराया गया. जहां शिशु की हालत में सुधार नहीं होता देख डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया. रेफर किए जाने के बाद परिजन एबुलेंस को लेकर टोल फ्री नंबर पर ट्राई करते रहे लेकिन एम्बुलेंस नही पहुंची. एंबुलेंस के इंतजार में तकरीबन 4 घंटे बाद नवजात ने दमतोड़ दिया. 


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परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि अगर समय रहते एम्बुलेंस मिल जाती तो शायद नवजात शिशु की जान बच जाती. उधर एसएनसीयू में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर ने बताया कि कि नवजात की स्थित भर्ती के समय से गंभीर थी. उसे सांस लेने में परेशानी हो रही थी. जिसे बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया था. लेकिन दो-तीन घंटे बीत जाने के बावजूद परिजन उसे पटना नहीं ले गए. एम्बुलेंस नहीं मिलने के सवाल पर डॉक्टर ने कहा कि एम्बुलेंस को लेकर एक-दो बार ट्राई किया होगा, इसलिए नही पहुंची.