Bihar News: बिहार में बीते कुछ दिनों से अपराधियों के हौंसले काफी बढ़े हुए दिखाई दे रहे हैं. लूट, रेप और हत्या जैसे संगीन अपराध हर रोज सामने आ रहे हैं. हाल ही में वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या होने से विपक्ष ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. पुलिस पर भी तमाम सवाल उठ रहे हैं. इस बीच ADG जितेंद्र सिंह गंगवार ने बड़ा दावा किया है. एडीजी गंगवार ने कहा कि बीते 24 साल मे सबसे कम हत्या की दर 2023 में दर्ज हुई है. अपनी बात को बल देने के लिए इन्होंने एक ग्राफ भी दिखाया. उन्होंने कहा कि अमूमन हम लोग मीडिया के सामने कोई ग्रॉफ नहीं लाते हैं, लेकिन विगत कुछ दिनों से बिहार में हत्या की घटनाओं में लगातार वृद्धि होने की बात कही जा रही थी, इस कारण से हमें यह दिखाना पड़ रहा है.


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ग्रॉफ दिखाते हुए एडीजी ने कहा कि आप देख सकते हैं कि कैसे 2001 के बाद से लगातार हत्या की घटनाओं में कमी रिकॉर्ड की गई है. उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा जनसंख्या के आधार पर तय किया गया है. उन्होंने बताया कि यह आंकड़ा प्रति लाख व्यक्ति के आधार पर जारी है. उन्होंने कहा कि पिछले 6 सालो मे 2018 से 2023 तक के बीच में 2 हजार 844 मर्डर हुए, जो सबसे कम रहा. हत्या के मामले में बिहार देश में 14वें स्थान पर है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनसंख्या बढ़ी है, लेकिन हत्या की घटनाओं में कमी आई है. एडीजी ने बताया कि 2001 में बिहार की जनसंख्या  8.3 करोड़ थी और अब 13 करोड़ की आबादी है.


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एडीजी गंगवार ने कहा कि प्रदेश में अधिकतर हत्या पर्स्नल दुश्मनी या अवैध सम्बन्ध के कारण होती हैं. उन्होंने बताया कि 2022 में हत्या के 804 मामले दर्ज किए गए थे. इनमें अवैध सम्बन्ध के मामले में 131 हत्याएं हुई थीं. इसके अलावा प्रेम-प्रसंग के कारण 171 हत्या के मामले सामने आए थे. एडीजी ने ये भी कहा कि बिहार में हत्या के मामलों पर 92 प्रतिशत मामलों में चार्जशीट दाखिल हुई है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह आंकड़ा 90 प्रतिशत ही रहा है.