Pen Pistol Recovered: बिहार के मुंगेर पुलिस ने पहली बार 7 पेन पिस्टलें बरामद की हैं. पुलिस ने इन पिस्टलों और 14 कारतूसों को भी बरामद की. पुलिस ने पेन पिस्टल के साथ तीन तस्करों को भी गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से 3 मोबाइल, एक बाइक सहित एक लाख 90 हजार रुपये नकद बरामद हुआ है. पुलिस पूछताछ में तस्करों ने कई अहम जानकारियां दी हैं. मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है. इस मामले को लेकर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कोतवाली थानाध्यक्ष धीरेन्द्र पांडेय ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि अशोक स्तम्भ के पास कुछ लोग अवैध हथियार की खरीद बिक्री करने वाले हैं. इस सूचना के बाद एसपी जगूनाथ रेड्डी जलारेड्डी के निर्देश पर कोतवाली थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ अशोक स्तम्भ के पास पहुंचे. पुलिस को देखकर वहां से एक बाइक पर सवार तीन लोग भागने लगे. जिसपर पुलिस ने उनका पीछा किया और तीनों बाइक सवार युवकों को पकड़ा. सर्च के दौरान पुलिस को उनके पास से एक बैग से भारी मात्रा में हथियार, कारतूस और रुपये की बरामदगी हुई.


ये भी पढ़ें- Vaishali: प्रेम-प्रसंग में युवक पर एसिड अटैक, बुरी तरह झुलसा चेहरा, दोनों आंखों की रोशनी भी गई


बंगाल में हथियार भेजने की थी योजना!


पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार तस्करों में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह गांव निवासी मोहम्मद शमशेर उर्फ नसरू, पश्चिम बंगाल के गोपाल नगर थाना क्षेत्र का बिलाल मंडल एवं अरमान मंडल शामिल है. डीएसपी ने बताया कि मोहम्मद शमशेर उर्फ नसरू कुख्यात हथियार तस्कर है. पहले भी जेल जा चुका है. उसने ही पेन पिस्टल व उसका कारतूस मंगवा कर रखा था. उसे खरीददार नहीं मिल पा रहा था. इसके बाद शमशेर ने पश्चिम बंगाल के तस्करों को बुलाया था और वह उन्हें सुरक्षित स्थान पर लेकर जा रहा था. इस दौरान वह गिरफ्तार हो गया.


ये भी पढ़ें- Liquor Ban: ये कैसी शराबबंदी? पुलिस ने लखीसराय में फिर से बरामद की दारू, तस्कर भी गिरफ्तार


कितना खतरनाक है ये हथियार?


आर्म्स एक्सपर्ट के अनुसार, यह एक बहुत ही घातक हथियार है. यह एक साइलेंट किलर मशीन की तरह काम करता है, जो कि हाई वैल्यू टारगेट को मारने के काम में आता है. इस हथियार को पकड़ पाना बहुत मुश्किल होता है. पेन पिस्टल को अपराधी भीड़-भाड़ में बड़े आराम से लेकर चल सकते हैं, क्योंकि देखने में यह एक पेन की तरह दिखती है. इन पिस्टलों का प्रयोग हाई प्रोफाइल हत्या में किया जाता है. ऐसे में मुंगेर में इनका मिलना कई सवाल खड़े कर रहा है. अगर इनका निर्माण मुंगेर में हुआ है तो चिंता और बढ़ जाती है.