जमुई: बिहार के जमुई जिले से मजदूरों को ठेकेदार के द्वारा काम के लिए बेंगलुरु ले जाना और वहां बंधक बनाकर रखना और उनके साथ मारपीट करने की खबर पहले भी आती रही है. अब बेंगलुरु में जमुई के चकाई थाने के एक मजदूर की मौत हो गई और उसका शव गांव पहुंचा तो उसके परिजन हंगामा करने लगे. उन्होंने सड़क जाम कर दिया और ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग करने लगे.  


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जमुई जिले के चकाई थाना क्षेत्र के परांची पंचायत अंतर्गत बटपार पड़रिया गांव के मजदूर सोनू तांती की बेंगलुरु में संदेहास्पद परिस्थिति में मौत होने के बाद शुक्रवार की देर शाम जैसे ही मृतक का शव घर पहुंचा. तभी मृतक के परिजनों ने शव को चकाई गिरिडीह मुख्य मार्ग पर रखकर सड़क जाम कर दिया. मृतक के परिजनों का आरोप था कि ठेकेदार द्वारा सोनू की हत्या कर दी गई है और इसे छुपाने की कोशिश की जा रही है. 


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मृतक के घरवालों ने बताया कि 4 माह पूर्व सोनू को पड़ोस के गांव गोविंदोडीह गांव के रिंकू मिश्रा मजदूरी करने के लिए बेंगलुरु ले गया था. घटना की रात भी सोनू से उसके मां की बात हुई थी तो वह ठीक-ठाक था. लेकिन, सुबह सूचना मिली कि वह गंभीर रूप से बीमार है. थोड़ी देर बाद सूचना मिली की उसकी मौत हो गई है. परिजनों का आरोप है कि रिंकू मिश्रा के पास सोनू का मजदूरी का बकाया पैसा था. पैसा मांगने के कारण ही उसकी हत्या कर दी गई. 


मृतक की मां ने कहा की शव लेकर जब रिंकू मिश्रा आ रहा था तो वह रास्ते में ही एंबुलेंस से उतरकर फरार हो गया. परिजनों ने चकाई थाना में आवेदन देकर रिंकू मिश्रा पर हत्या करने का आरोप लगाया है. सड़क जाम कर दिए जाने के कारण बड़ी संख्या में कांवरिया वाहन जाम में फंस गए. सूचना मिलते ही पूर्व विधायक सावित्री देवी,बीडीओ दुर्गाशंकर, चकाई थाना अध्यक्ष अखिलेश कुमार पुलिस वालों के साथ मौके पर पहुंचे और समझा-बुझाकर लोगों को जाम समाप्त कराया तथा कहा कि इस मामले में जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी. जिसके बाद आवागमन प्रारंभ हुआ. 


Abhishek Nirla