रांची: Jharkhand News: राजधानी रांची में सिम बॉक्स के जरिए इंटरनेशनल कॉल को लोकल कॉल में कन्वर्ट कर टेलीकॉम कंपनियों को चूना लगाने, कॉलर की पहचान बदलने और साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले रैकेट का खुलासा हुआ है. 


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छह लोगों को हिरासत में लिया गया
ओडिशा में ऐसे ही रैकेट का पर्दाफाश करने के बाद वहां की स्पेशल पुलिस टीम ने रांची पुलिस के सहयोग से मंगलवार को शहर के कांटाटोली इलाके में रेड डाली. यहां एक मकान से आठ सिम बॉक्स बरामद किए गए हैं. इस मामले में छह लोगों को हिरासत में लिया गया है. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि ओडिशा से लेकर झारखंड तक संचालित हो रहे इस रैकेट का मास्टर हैंडलर बांग्लादेशी नागरिक असदुर जमान है. 


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एक इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर डिवाइस है सिमबॉक्स
सिमबॉक्स एक इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर डिवाइस है, जिसके जरिए इंटरनेशनल कॉल को इंटरनेट के जरिए लोकल नंबर पर कन्वर्ट कर दिया जाता है. इससे इंटरनेशनल नंबरों पर भी लोकल कॉल चार्ज पर बात करना संभव हो जाता है. इसके जरिए टेलीकॉम कंपनियों को करोड़ों की चपत लगाई जाती है. यह नेशनल सिक्योरिटी के लिए गंभीर खतरा है. 


750 से ज्यादा सिमकार्ड जब्त
इस रैकेट का खुलासा 16 अगस्त को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर की पुलिस ने किया था और इसके सरगना राजू मंडल को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने वहां पांच एक्टिव सिमबॉक्स, दो रिजर्व सिमबॉक्स, 750 से ज्यादा सिमकार्ड, राउटर और कई अन्य उपकरण जब्त किए थे. राजू मंडल को रिमांड पर लेकर की जा रही पूछताछ के दौरान ओडिशा के कटक और झारखंड की राजधानी रांची में भी इसी तरह के रैकेट संचालित होने की जानकारी मिली. भुवनेश्वर के पुलिस कमिश्नर संजीव पांडा इस पूरे ऑपरेशन पर खुद निगरानी रख रहे हैं.


इनपुट- आईएएनएस के साथ