पूर्णिया में लूटपाट की घटनाओं में इजाफा, पुलिस परेशान और व्यवसायी भयभीत
बिहार के पूर्णिया में इन दिनों अपराध की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हुई है. लूटपाट की बढ़ती घटनाओं से जहां एक तरफ आम आदमी खौफजदा हैं. वहीं व्यवसायी भी इस तरह की घटनाओं की वजह से दहशत में हैं. बाइक सवार अपराधी पिस्टल दिखाकर लोगों से लूटपाट कर रहे हैं.
पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया में इन दिनों अपराध की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हुई है. लूटपाट की बढ़ती घटनाओं से जहां एक तरफ आम आदमी खौफजदा हैं. वहीं व्यवसायी भी इस तरह की घटनाओं की वजह से दहशत में हैं. बाइक सवार अपराधी पिस्टल दिखाकर लोगों से लूटपाट कर रहे हैं. यहां इस तरह को कोई एक वाकया नहीं हुआ है बल्कि लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं.
बता दें कि गुरुवार के दिन रूपौली थाना क्षेत्र के अतिव्यस्ततम आझोंकोपा-छर्रापट्टी मुख्य सड़क पर आझोंकोपा गांव के नजदीक दो बाइक सवार बदमाशों ने एक मवेशी व्यवसायी पिता पुत्र से 2, 47, 700 रुपए लूट लिए. इसके साथ ही दोनों के मोबाइल फोन लेकर भी अपराधी फरार हो गए. इस घटना की सूचना पर रूपौली और टीकापट्टी दोनों थाने की पुलिस वहां घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई. पीड़ित मवेशी व्यवसायी का नाम मोहम्मद फोचो और मोहम्मद आविद बताया जा रहा है. दोनों बिहार के मधेपुरा जिले के चौसा थाना क्षेत्र के लौआलगान के रहने वाले हैं और रिश्ते में बाप-बेटे हैं.
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पीड़ित की माने तो वह गुरुवार को पिकअप वैन से मवेशी लेकर कटिहार के खेड़िया मवेशी हाट बिक्री करने गए थे. जहां से वह मवेशी बिक्री कर लौट रहे थे. इसी दौरान आझोंकोपा गांव के पास पल्सर बाइक पर सवार दो लोगों ने आकर तेजी से पिकअप का रास्ता रोक लिया और पिस्टल लहराते हुए पिकअप पर सवार मवेशी व्यवसायियों से सबकुछ लूटकर ले गए.
इससे पहले 20 मई की सुबह भी रूपौली-कुर्सेला मुख्य मार्ग पर बहदुरा गांव के करीब एक किराना व्यापारी मुनेश्वर साह से बाइक सवार अपराधियों ने पिस्टल दिखाकर 3 लाख 85 हजार नगदी और गले से आठ आना भर का सोने का लॉकेट लूट लिया था और मौके से फरार हो गए थे. 25 अप्रैल को छर्रापट्टी गांव के सीएसपी संचालक अमर कुमार जायसवाल से भी अपराधियों ने दिनदहाड़े 3 लाख 27 हजार लूट लिया था और वहां से फरार हो गए थे. इन मामलों में अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं.
बता दें कि इस पूरे मामले में मजे की बात यह है कि पुलिस के पास पहले के केस के सीसीटीव फुटेज हैं जिसमें अपराधी नजर तो आ रहे हैं लेकिन एक ने हेलमेट और एक ने मास्क से अपना चेहरा ढक रखा है. इन तीनों मामलों में आरोपी एक ही है क्योंकि तीनों ही मामले नमें जब यह सीसीटीव फुटेज पीड़ित को दिखाया गया तो सभी ने उनको देखने की बात कही. लेकिन पुलिस इन चेहरों की शिनाख्त नहीं कर पाई है और इस वजह से पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं.