Muzaffarpur: बिहार के मुजफ्फरपुर में पुलिस की बर्बरता की खबर सामने आई है. यहां पर पुलिस ने एक युवक के साथ मारपीट की. जिसके बाद वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया. उसका इलाज सदर अस्पताल में जारी है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पुलिस ने युवक के साथ की गाली गलौज
दरअसल यह मामला मुजफ्फरपुर के सदर थाना क्षेत्र के रामदयालु नगर का है. यहां पर पुलिस ट्रफिक जाम हटाने की कोशिश में लगी थी. बताया जा रहा है कि एनएचएआई कर्मी दीपक सिंह जो कि मुजफ्फरपुर में नौकरी करता है और वह रामदयालु नगर जा रहा था. उसी दौरान एनएच पर जाम को हटाने के लिए सदर थाना पुलिस काम कर रही थी. जिसके बाद गलत लेन से आने वाले युवक के साथ पुलिस की कहासुनी हो गई.  उसके बाद सदर थाना पुलिस की युवक के साथ गाली गलौज हुई. जब युवक ने इसका विरोध किया तब पुलिस ने हाथापाई भी की. 


वहीं, पुलिस ने उस युवक को लेकर बताया कि ट्रैफिक जाम को हटाया जा रहा था, लेकिन युवक काम में बाधा डाल रहा था और वह पुलिस के साथ बहस भी कर रहा था. 


विरोध करने पर की पिटाई
वहीं, पीड़ित युवक दीपक का कहना है कि उसने जब पुलिस की गाली गलौज का विरोध किया तो उसे जबरदस्ती एक पुलिस की गाड़ी में बैठाकर सदर थाना लाया गया. वहां पर देवव्रत नामक पुलिसकर्मी ने बंद कमरे में बेरहमी से पिटाई की. जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया. दीपक ने बताया कि जब उसने इसके खिलाफ कोर्ट में जाने की बात कही तो पुलिसकर्मी ने उसे आर्म्स एक्ट में फंसाकर जेल में बंद करने की धमकी दी. बाद में उसके ऑफिस स्टाफ के प्रयास के बाद पुलिस ने उसे छोड़ा. हालांकि पीड़ित ने आरोप लगाया कि उससे जबरन साइन करवाए गए कि पुलिस ने उसके साथ मारपीट नहीं की है. 


जांच के दिए आदेश
पीड़ित युवक ने इस मामले को लेकर एसएसपी जयंतकांत और डीएसपी नगर रामनरेश पासवान को आवेदन दिया है. एसएसपी ने मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. बता दें कि पुलिस की पिटाई में युवक को काफी गंभीर चोटें आई हैं और उसका एक हाथ भी टूट गया है. युवक का इलाज सदर अस्पताल में किया गया है.  एसएचओ सदर थाना प्रभारी सत्येंद्र मिश्रा ने पिटाई की बात को पूरी तरह से इंकार किया है और बताया है कि पुलिस के कार्य में बाधा और धौंस दिखा रहा था. जिसके कारण उसपर कार्रवाई की गई थी.


ये भी पढ़िये: सीतामढ़ी में किसानों की बढ़ी समस्या, बंद हुए 300 नलकूप