नवादा ब्लास्ट केसः घर में अगरबत्ती नहीं, बन रहे थे पटाखे, पुलिस ने तीन को धरा
पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए कहा कि घर में अगरबत्ती नहीं बल्कि पटाखे बनाए जा रहे थे, जिसके कारण ब्लास्ट हुआ था. इस मामले में एक महिला सहित 3 गिरफ्तार किए गए हैं.
Bihar Crime News: बिहार के नवादा में सोमवार (24 अप्रैल) को हुए विस्फोट मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. नवादा पुलिस अधीक्षक अम्ब्रीष राहुल ने बुधवार (26 अप्रैल) को एक प्रेस वार्ता आयोजित करके इस घटना के बारे में पूरी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गोंदापुर स्थित मकान में धमाका होने की घटना कोई बम बिस्फोट की नहीं है.
एसएसपी ने बताया कि पटाखा निर्माण से जुड़ी सामग्री में आग लगने के बाद धमाका हुआ था. पुलिस ने इस मामले में किराएदार मो. शमीम, उसकी पत्नी समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है. पटाखा निर्माण से जुड़े एक फाइनेंसर को भी पुलिस ने पकड़ा है. बता दें कि 24 अप्रैल की देर रात वार्ड नंबर 18 स्थित गोंदापुर मोहल्ले स्थित एक घर में तेज धमाका हुआ जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया था.
किराएदार चला रहे थे पटाखा फैक्ट्री
धमाके से मकान का एक हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था. धमाका इतना भीषण था कि मकान का टूटा हुआ हिस्सा काफी दूर जाकर गिरा था. जिस घर में धमाका हुआ है उसमें किराएदार रहते हैं, जो घटना के वक्त शादी में गए हुए थे. मकान मालिक का कहना था कि घर में अगरबत्ती बनाने का काम होता था, लेकिन अब पुलिस ने बताया कि घर में पटाखे बनाने का काम किया जा रहा था.
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आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल किया
घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंची एफएसएल की प्रारंभिक रिपोर्ट में भी पटाखा निर्माण सामग्री में विस्फोट की ही बात सामने आई है. आरोपियों ने भी अपने जुर्म को कबूल लिया है. एसपी ने बताया गया कि एफएसएल टीम ने घटनास्थल से प्रथम दृष्टया लो ग्रेड एक्सप्लोसिव होने का साक्ष्य जुटाए हैं. इसका उपयोग पटाखा बनाने के लिए किया जाता है.