Neet Paper Leak Case: नीट पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी संजीव कुमार उर्फ संजीव मुखिया और जूनियर इंजीनियर सिंकदर प्रसाद यादवेन्दु की अवैध संपत्ति जब्त हो सकती है. इस मामले के आरोपियों के खिलाफ धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत ईडी ने जांच शुरू कर दी है. ईडी को आशंका है कि नीट घोटाले में संलिप्त अभियुक्तों ने गलत तरीके से अवैध संपत्ति बनाई है. ईडी ने इस संबंध में दिल्ली में ECIR (इंफोर्समेंट केस इंफॉर्मेशन रिपोर्ट) दर्ज किया है. धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत ईडी ने आरोपियों को नोटिस भी जारी किया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


कहा जा रहा है कि मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत मिलने पर आरोपियों की संपत्ति जब्त हो सकती है. वहीं संजीव मुखिया की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. उसके नेपाल भागने की आशंका जताई जा रही है. उधर बिहार सरकार ने उसे उद्यान महाविद्यालय, नालंदा के तकनीकी सहायक पद से निलंबित कर दिया है. बताया गया था कि संजीव दो महीने से बगैर सूचना महाविद्यालय नहीं आ रहा था. इसे गंभीरता से लेते हुए बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर के निदेशक प्रशासन ने कार्रवाई की है. 


ये भी पढ़ें- शिक्षक के पुत्र ने खुद रची अपने अपहरण की साजिश, दोस्त के साथ यूपी से गिरफ्तार



उधर सिकंदर यादवेन्दु के पास से बरामद मोबाइल से सीबीआई को नीट पेपर लीक मामले में कई राज मिले हैं. सिकंदर अपने मोबाइल से बैंक खाते का ऑनलाइन संचालित करता था. बैंक खाते की जांच की गई तो पता चला कि बैंक में 3 लाख 89 हजार 449 रुपये जमा हैं. इस रकम को भी जब्त कर लिया गया है. दूसरी ओर नीट पेपर लीक के तार अब तमिलनाडु से जुड़ गए हैं. सीबीआई ने इस मामले में एक और सॉल्वर चेन्नई मेडिकल कॉलेज से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी अमित कुमार चेन्नई मेडिकल कॉलेज का छात्र है.