Bihar Police Encounter: योगीराज में यूपी पुलिस की खूब चर्चा हो रही है. वर्षों से खामोश यूपी पुलिस की बंदूकें योगी राज में आग उगलने लग रही हैं. प्रदेश के माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का काम जारी है. पुलिस ने हाल ही में अतीक अहमद के बेटे असद को मार गिराया है. इसका समर्थन बिहार के लोग भी कर रहे हैं. इस बीच बिहार पुलिस भी यूपी पुलिस के स्टाइल को फॉलो करती दिखी है. नीतीश कुमार की पुलिस ने यूपी पुलिस की तरह एक नामी अपराधी को मार गिराया.


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बेगूसराय में कुख्यात अपराधी बटोहिया का एनकाउंटर हुआ. पुलिस और एसटीएफ की जॉइंट ऑपरेशन में कुख्यात अपराधी बटोहिया ढेर हो गया. बटोहिया लंबे समय से फरार चल रहा था. उस पर एक बीजेपी नेता और एक रिटायर आर्मी जवान की हत्या का आरोप है. पुलिस 2002 से उसे तलाश कर रही थी, लेकिन वो हाथ नहीं लग रहा था. उस लूटपाट और रंगदारी के भी कई मुकदमे दर्ज थे. 


पुलिस एनकाउंटर में मारा गया अपराधी


इस बीच पुलिस को बटोहिया की सूचना मिली. पुलिस को सिंघौल थाना क्षेत्र के आकाशपुर गांव में बटोहिया के छिपे होने की पक्की जानकारी मिली थी. इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया और ऑपरेशन की प्लानिंग तय की. तय प्लानिंग पर एक्शन लेते हुए बटोहिया को पकड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन वो भागने की कोशिश करने लगा. जिसपर पुलिस ने उसे मार गिराया. बटोहिया के दो साथी जरूर जिंदा पकड़े गए. इस मुठभेड़ में मटिहानी थानाध्यक्ष विवेक भारती के पैर में गोली लगी है. 


ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला किया


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बटोहिया के एनकाउंटर पर ग्रामीणों ने गुस्से का इजहार किया है. उसके गांव के लोगों का आरोप है कि पुलिस ने आत्मसमर्पण करने के बाद उसे गोली मारी थी. एनकाउंटर के बाद ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया. वहीं एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि बटोहिया के गांव में होने की सूचना पर एसटीएफ और जिला पुलिस ने घेराबंदी की. जिसके बाद बटोही ने फायरिंग शुरू कर दी. इस मुठभेड़ में पुलिस की ओर से भी फायरिंग की गई थी, जिसमें अपराधी मारा गया.