Minister Vijay Kumar Chaudhary On Ram Mandir: अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. अगले महीने 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी, जिसके बाद मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा. प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोंरो पर हैं और तमाम प्रमुख हस्तियों को न्योते भेजे जा रहे हैं. दूसरी ओर राम मंदिर को लेकर राजनीति भी हावी है. राम मंदिर के उद्घाटन से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी नेता और बिहार सरकार में मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बड़ा ही अजीबो-गरीब बयान दिया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

विजय कुमार चौधरी ने कहा कि राम मंदिर का उद्घाटन है इसका क्या मतलब? उन्होंने आगे कहा कि राम की पूजा करने के लिए किसी मंदिर में जाने की भी बहुत अधिक आवश्यकता नहीं होती है. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने मिलकर एक मंदिर बनाया है और जिन्होंने मंदिर बनाया है, वह जिनको आमंत्रित करेंगे, वह सोचेंगे कि उन्हें जाना चाहिए या नहीं जाना चाहिए. 


ये भी पढ़ें- Prashant Kishor: बिहार के मुसलमान क्यों RJD को ही देते हैं वोट? प्रशांत किशोर ने बताया कारण


मंत्री विजय चौधरी ने आगे कहा कि राम भगवान तो सब के भगवान हैं. हर दल के कार्यकर्ता के भगवान राम हैं. उन्होंने कहा कि भगवान तो किसी एक पार्टी के हो नहीं सकते. उन्होंने कहा कि अगर भगवान को ही कोई पार्टी या कोई व्यक्ति अपने पाले में ही खींचने की कोशिश करता है तो आप समझ लीजिए कि वह भगवान को कितने सम्मान से देखता है.


ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: 'नीतीश ने जो माहौल बनाया, उसे पंचर किया जा रहा...', इंडी गठबंधन को आनंद मोहन की सलाह


उधर, शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण नहीं मिलने पर सांसद संजय राउत ने नाराजगी जताई है. संजय राउत ने कहा, "वे उन लोगों को कभी आमंत्रित नहीं करेंगे, जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन में योगदान दिया है. हमें निमंत्रण नहीं मिला है, क्योंकि पूरे आंदोलन में बालासाहेब ठाकरे और शिवसेना की प्रमुख भूमिका थी. हम इस समारोह को राष्ट्रीय त्योहार नहीं बनाना चाहते और न ही इसका राजनीतिकरण करना चाहते हैं. हम वहां रामलला का आशीर्वाद लेने जरूर जाएंगे, लेकिन ये पूरा शो खत्म होने के बाद जाएंगे.