नीतीश कुमार बोले हमने जानबूझकर कहा था कि विलय कीजिए या बाहर जाइए, 10 प्वाइंट में जानिए और क्या-क्या कहा
Nitish Kumar on Jitan Ram Manjhi: बिहार की सियासत के रास्ते केंद्र की सत्ता की खोज में निकले नीतीश कुमार मंगलवार को बेंगलुरु में विपक्षी एकती की बैठक में शामिल तो हुए बैठक के बाद सभी दलों के नेताओं के साथ खाना भी खाया लेकिन फिर प्रेस कांफ्रेंस से पहले ही वहां से निकल गए.
पटना: Nitish Kumar on Jitan Ram Manjhi: बिहार की सियासत के रास्ते केंद्र की सत्ता की खोज में निकले नीतीश कुमार मंगलवार को बेंगलुरु में विपक्षी एकती की बैठक में शामिल तो हुए बैठक के बाद सभी दलों के नेताओं के साथ खाना भी खाया लेकिन फिर प्रेस कांफ्रेंस से पहले ही वहां से निकल गए. ऐसे में बिहार में इस घटना के बाद सियासी कयासों का सिलसिला तेज हो गया. बता दें कि यह कहा जाने लगा कि नीतीश कुमार वहां बैठक में नाराज हो गए और इसी वजह से वह वहां से चले आए. ऐसे में नीतीश कुमार के सामने उस बैठक से वापस आने को लेकर मीडिया ने सवाल करना शुरू कर दिया है. ऐसे में नीतीश कुमार ने इस बैठक से अपने वापस आने के कारण के बारे में तो बताया ही साथ ही उन्होंने इस दौरान मीडिया के सामने कई ऐसे राज खोल दिए जिसे सुनकर सभी हैरान हैं. आइए हम 10 प्वाइंट में आपको बताते हैं कि नीतीश ने इसको लेकर क्या-क्या कहा?
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- नीतीश कुमार ने पटना लौटने के बाद मीडिया के सामने कहा कि बेंगलुरु की मीटिंग काफी बेहतर रही, यहां 26 लोगों की मीटिंग थी और काफी अच्छी बातचीत हुई.
-मुख्यमंत्री ने अपनी नाराजगी की चर्चाओं को नकारा और कहा कि बीजेपी को क्या मतलब है. मुझे मीटिंग में देर हो रही थी इस वजह से हम लोग वहां से प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले निकल गए.
-नीतीश ने इसके साथ ही कहा कि सब लोगों से बातचीत करके नाम गठबंधन का नाम फाइनल किया गया. एक साथ हम लोगों ने खाना खाया. इसके बाद हम वहां से निकले.
- नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए की मीटिंग का कोई मतलब है. अटल बिहारी वाजपेयी के टाइम पर एनडीए बना है और उसके बाद यह लोग कभी एनडीए की मीटिंग करते थे.
- नीतीश ने कहा अटल बिहारी वाजपेयी के समय में एनडीए के हर पार्टी की मीटिंग होती थी. हम लोगों ने एक मीटिंग करवा दी इसलिए एनडीए ने मीटिंग करवाया. जो लोग एनडीए की मीटिंग में शामिल हुए उसको कोई जानता है क्या? हम लोगों की मीटिंग में जो शामिल है उसे तो सब लोग जानते हैं.
- वहीं नीतीश ने एक साथ उपेंद्र कुशवाहा, जीतन राम मांझी और आरसीपी सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी को हम लोग निकाल दिए तो वह एनडीए में जाकर शामिल हो गया.
- नीतीश ने जीतन राम मांझी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि हमने जानबूझकर कहा था कि अपनी पार्टी का विलय कीजिए या बाहर जाइए. मतलब साफ था कि जीतन राम मांझी पर सच में सीएम की तरफ से ज्यादा दबाव डाला गया था.
-नीतीश ने कहा कि 2024 या उससे पहले जब भी चुनाव हो हम चाहते हैं कि केंद्र में बैठी सरकार सत्ता से हट जाए ताकि देश को फायदा हो.
-नीतीश ने इसके साथ ही कहा कि एनडीए को 2024 में पूरी चुनौती है जब सही समय आएगा तो संभावना है कि कुछ और लोग भी हमारे साथ आ सकते हैं. हम उनका नाम अभी नहीं लेंगे नहीं तो एनडीए वाले लोग उनके साथ क्या कर देंगे पता नहीं.
-नीतीश ने भाजपा की खिलाफत को लेकर कहा कि हमारी कोई निजी इच्छा नहीं है. हमारी इच्छा है देश के विकास की, हम सिर्फ देश के हित में बात करते हैं. जो लोग मेरे पीछे पड़कर हमको जनता दल से हटाए. वह कहां-कहां भाग गए देखते रहिए.
- मांझी पर एक बार फिर नीतीश ने कहा कि जिसको हम अपने जगह मुख्यमंत्री बनाए, वह कहां हैं. वहीं आरसीपी सिंह को लेकर कहा कि एक आईएएस अफसर था, उसको जगह दिए वह क्या कर गया? यह सब हमारा दुर्भाग्य है.
- नीतीश ने इसके साथ ही कहा कि अब हम सबके राय से काम करते हैं. पहले हम सब काम अपनी मर्जी से करते थे.