Motihari Murder: हाई प्रोफाइल मर्डर मिस्ट्री से पर्दा उठाएगी पुलिस, कई राज का हो सकता है खुलासा
Motihari News: मोतिहारी की हाई प्रोफाइल मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने के करीब मोतिहारी पुलिस पहुंच गई है. अब तक इस मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, अभी तक हत्या के कारणों का स्पष्ट नहीं हो सका है.
मोतिहारीः Motihari News: बिहार के मोतिहारी के हाई प्रोफाइल मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने के करीब मोतिहारी पुलिस पहुंच गई है. हालांकि अब तक एक के बाद एक यानी तीन गिरफ्तारी हो गई है, लेकिन हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है. एसआईटी की टीम हर गिरफ्तारी के बाद एक तार को दूसरे तार से जोड़कर मुख्य साजिशकर्ता तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.
सभी एंगल से जांच कर रही पुलिस
अब तक के अनुसंधान में यह बात लगभग स्पष्ट हो गई है कि पुलिस की जो शुरुआती जमीन के विवाद में जिला पार्षद के हत्या की थ्योरी थी. उस पर अब पुलिस को भी भरोसा नहीं रहा है. पुलिस ने अब राजनीतिक हत्या के दिशा में अनुसंधान शुरू कर दिया है. फिलहाल, मोतिहारी पुलिस आगामी नरकटिया विधानसभा चुनाव और जिला परिषद के अध्यक्ष पर लगे अविश्वास प्रस्ताव में मृतक जिला पार्षद की भूमिका के एंगल पर जांच शुरू कर दी है.
हर कोई जानना चाहता है हत्या की असली वजह
चांदमारी चौक पर दिनदहाड़े हुए इस हाइप्रोफाइल मर्डर के बाद मोतिहारी में चर्चा और अफवाहों का बाजार गर्म है. हर कोई हत्या की असली वजह जानना चाहता है. बताया जाता है कि जिला पार्षद के हत्या के दो दिन पहले बंजरिया थाना क्षेत्र के फुलवारी में हनुमान दुबे के घर पर एक बैठक हुई थी. जिसमें लगभग 10 लोग शामिल हुए थे. जिसमें से 6 का नाम पुलिस के पास है और अन्य चार के नाम को पुलिस ढूढ़ रही है. हनुमान दुबे के यहां हुई बैठक में हनुमान दूबे, हत्यारा टिमन उर्फ निरंजन दुबे, लक्की, हरिशंकर पासवान, अविनाश उर्फ राजकुमार, अशोक यादव शामिल थे.
हत्याकांड में गिरफ्तार रमेश महतो ने पुलिस को बताया है कि हत्या के दो दिन पहले हुई बैठक के दौरान शराब लाकर उसी ने दी थी. रमेश ने यह भी बताया है कि हत्या के बाद हत्या में शामिल अविनाश उर्फ राजकुमार को उसी ने हनुमान दुबे के कहने पर आदापुर बॉर्डर से होते हुए नेपाल के कलेया में पहुंचाया था. जहां से गुड्डू नाम के युवक ने अविनाश को अपने साथ लेकर वीरगंज चला गया.
निरंजन दुबे को मिली थी दस लाख की सुपारी?
रमेश ने यह भी बताया है कि जिला पार्षद की हत्या सुपारी किलिंग है. जिसके लिए दस लाख रुपये टिमन उर्फ निरंजन दुबे के पास रखे हुए है. पुलिस की जांच में अब यह महत्वपूर्ण बिंदु हो गया है कि अगर गांव के पैक्स चुनाव का मामला या फिर हनुमान दुबे के साथ स्थानीय वर्चस्व का कारण होता तो हनुमान दूबे हत्यारे टिमन दुबे उर्फ निरंजन दुबे (हनुमान दुबे का भतीजा) को दस लाख रुपये की सुपारी क्यों देगा?
ऐसे में पुलिस के सामने हत्या के दो कारण रह जाते है. पहला जिला परिषद अध्यक्ष पर लगे अविश्वास प्रस्ताव और दूसरा आगामी नरकटिया विधानसभा चुनाव. मोतिहारी के एसपी कांतेश मिश्रा ने बताया है कि एसआईटी हत्या के सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है.
छह दिन पहले गोली मारकर की थी हत्या
जिला परिषद के चर्चित जिला पार्षद सुरेश यादव की हत्या छह दिन पहले चांदमारी चौक पर गोली मारकर कर दी गई थी. घटना स्थल पर दो मोटरसाइकिल से चार हत्यारे पहुंचे थे. एक मोटरसाइकिल पर अविनाश उर्फ राजकुमार था जो घटनास्थल से थोड़ी दूर लाइनर की भूमिका में था. दूसरी मोटरसाइकिल पर तीन बदमाश थे. लक्की मोटरसाइकिल चला रहा था और हरिशंकर पासवान और टिमन उर्फ निरंजन दुबे हत्या करने के बाद मोटरसाइकिल पर सवार हुए थे.
इनपुट- पंकज कुमार
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