समस्तीपुर: Bihar Crime: समस्तीपुर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. जहां पुलिस ने मोहिउद्दीन नगर थाना क्षेत्र के महमदीपुर गांव में हार्डवेयर व्यवसायी के घर हुए भीषण डकैती के मामले का खुलासा किया है. इस मामले में पुलिस ने अंतर जिला डकैत गिरोह का खुलासा करते हुए पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है. जिसके पास से दो देसी पिस्टल के अलावा गोली, मोबाइल और लूट के 1 लाख 62 हज़ार रुपए भी बरामद किया है. 


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इसके अलावा पुलिस ने बदमाशों के पास से 2 किलो गांजा और डकैती में प्रयोग की गई बाइक भी बरामद किया है. गिरफ्तार बदमाशों की पहचान विद्यापति नगर थाना क्षेत्र के सिमरी गांव के सुबोध कुमार, दमदमा गांव के गुंजन कुमार, सिमरी के राजन कुमार, मिर्जापुर गांव के प्रिंस कुमार, के साथ दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के मधेपुर गांव के आशुतोष कुमार उर्फ मौर्य के रूप में हुई है. इस संबंध में एसपी विनय तिवारी का बताना है कि 11 दिसंबर को मोहिउद्दीन नगर के महमदीपुर गांव के हार्डवेयर व्यवसायी राम पुकार चौधरी के घर भीषण डकैती की घटना हुई थी.  घटना के बाद पटोरी के डीएसपी रवि शंकर प्रसाद के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था. 



एसपी विनय तिवारी ने बताया कि इन अपराधियों की गिरफ्तारी से समस्तीपुर के अलावे पटना जिला के अथमल गोला, खुसरूपुर थाना, नालंदा जिला के बिहार थाना, बेगूसराय जिला के मंसूरचक, सिंघौल ओ०पी० एवं दरभंगा जिला के बहेड़ी थानान्तर्गत कुल सात डकैती कांड का भी उद्भेदन हुआ है. एसपी ने बताया कि इन जिलों में घटित सभी गृह डकैती की घटनाओं की वृहत समीक्षा की गयी तथा अपराधकर्मियों की संख्या, उनके अपराध करने का तरीका, अपराधियों की बोल-चाल एवं अन्य बिन्दुओं का सुक्ष्मतापूर्वक तुलनात्मक अध्ययन किया गया.
 
इन सभी घटनाओं में संलिप्त अपराधकर्मियों की अपराध शैली एक ही थी. साथ ही अपराधियों का यह गिरोह वर्तमान में भी काफी सक्रिय है. एसपी ने बताया बताया कि रात्रि में गुप्त सूचना मिली कि मोहिउद्दीन नगर थाना क्षेत्र के टोटहा पुल पर अपराधियों का गिरोह किसी बड़ी अपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए एकत्रित हुए हैं. सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 5 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया. ‌जबकि कई बदमाश मौके से फरार हो गए. जब गिरफ्तार बदमाशों की पूछताछ शुरू हुई तो बदमाशों ने डकैती में अपनी संलग्नता स्वीकार की और बदमाशों के निशान देही पर हथियार के अलावे लूट की राशि भी बरामद की गई.  इन अपराधियों का सरगना सुबोध कुमार है, जो विगत चार साल से जेल में रहने के बाद पुनः अपने साथी अंकेश रजक के साथ मिलकर नये लड़कों को अपने गिरोह में शामिल कर लगातार घटना कर रहा था.
संजीव नैपुरी