Saharsa: जी न्यूज की खबर का असर, सहरसा के मजदूर को मिलेगा इंसाफ, हरियाणा में हुई थी पिटाई
Saharsa News: जी न्यूज पर खबर दिखाए जाने के बाद सहरसा के पुलिस कप्तान उपेन्द्रनाथ वर्मा ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पीड़ित मजदूर के पिता को कार्रवाई करने का भरोसा दिया है.
Saharsa News: बिहार से बड़ी संख्या में लोग दूसरे प्रदेशों में जाकर मजदूरी करते हैं. दूसरे राज्यों में बिहारी मजदूरों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है, ये किसी से भी छिपा नहीं है. कई जगहों पर बिहार के मजदूरों को मारा-पीटा जाता है. हाल ही में हरियाणा से एक वीडियो सामने आया था, इसमें एक मजदूर की बड़ी बेरहमी से पिटाई की जा रही थी. पीड़ित मजदूर बिहार के सहरसा का रहने वाला था. वो महादलित समाज से आता है. इस खबर को जी न्यूज ने बड़ी प्रमुखता से उठाया था. अब इस खबर का असर देखने को मिल रहा है. सहरसा पुलिस कप्तान उपेन्द्रनाथ वर्मा ने इस मामले में कार्रवाई का भरोसा दिया है.
जी न्यूज पर खबर दिखाए जाने के बाद सहरसा के पुलिस कप्तान उपेन्द्रनाथ वर्मा ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पीड़ित मजदूर के पिता को कार्रवाई करने का भरोसा दिया है. पुलिस कप्तान ने कहा कि जी न्यूज चैनल के माध्यम से एक मामला सामने आया है जिसमें सहरसा के मजदूर को हरियाणा में बंधक बनाकर मारपीट की जा रही है. इस सम्बंध में हरियाणा पुलिस से कांटेक्ट किया गया है और सारी जानकारी मांगी गई है.
ये भी पढ़ें- Uttarkashi Tunnel Rescue: 17 दिन बाद मजदूरों ने जीती जिंदगी की जंग, टनल से बाहर आने पर दिखी अलग ही मुस्कान
बता दें कि वीडियो में बंधक बने महादलित मजदूर के पिता शिवन सादा, महिषी थाना क्षेत्र के सुंदरबन का रहने वाले हैं. शिवन सादा का कहना है कि दो महीने पहले सहरसा के घोघसम गांव का रहने वाला ठेकेदार संजय यादव, उसके बेटे प्रवेश सादा सहित अन्य मजदूरों को हरियाणा के जगदारी जिले के प्रतापनगर थाना क्षेत्र के एक राइस मिल में 500 रुपये रोज के हिसाब से मजदूरी देने की बात कह कर अपने साथ ले गया था. 2 महीने काम करने के बाद जब छठ और दीपावली का समय आया तो उसके बेटे ने ठेकेदार से मजदूरी देने और छुट्टी देने की बात कही, लेकिन ठेकेदार ने मना कर दिया.
ये भी पढ़ें- Uttarkashi Tunnel Rescue: बिरनी में एक बार फिर मनी दिवाली, सुबोध और विश्वजीत के सुरंग से बाहर निकलने पर आतिशबाजी
पीड़ित पिता ने बताया कि छुट्टी नहीं मिलने से कुछ मजदूर वहां से भाग गए, जिसके बाद बौखलाए ठेकेदार संजय यादव ने उसके बेटे प्रवेश सादा और एक अन्य मजदूर को बंधक बना लिया. वह बंधक मजदूरों के घरवालों से एक लाख रुपये की फिरौती मांग रहा है. पीड़ित पिता ने बताया कि हमने कर्ज लेकर किसी तरह 30 हजार रुपये भेजा है लेकिन ठेकेदार 1 लाख रुपये की मांग कर रहा है. रुपये नहीं देने पर वह बंधक मजदूरों को बेरहमी से पिटता है.